ग्वालियर में नगर निगम ठेकेदार ने पत्नी-बेटे को गोली मार की आत्महत्या, EOW, लोकायुक्त में शिकायतों से था परेशान
पिछले कुछ महीनों में नरेंद्र की लगातार शिकायतें हो रही थीं। कभी EOW तो कभी लोकायुक्त के साथ ही दिल्ली तक जांच एजेंसी में शिकायत की गई है। इसके चलते नरेंद्र तनाव में था।
ग्वालियर। मध्य प्रदेश में एक और शासकीय ठेकेदार द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है। ग्वालियर में नगर निगम और लोक निर्माण विभाग (PWD) के ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान ने पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या के बाद खुदकुशी कर ली। ठेकेदार का उसके साले राजीव गौड़ उर्फ गुड्डू से विवाद चल रहा था। वह हाल ही में लगातार लोकायुक्त और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) में शिकायत से भी तनाव में था।
बताया जा रहा है कि बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के बारह बीघा इलाके में रहने वाले नरेंद्र (47) ने मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात परिवार समेत सुसाइड कर लिया था। आशंका है कि उसने पहले बेड पर सो रहे बेटे आदित्य (20), फिर पत्नी सीमा चौहान (42) की हत्या की थी। फिर खुद को गोली मार ली। घटनास्थल पर पुलिस को 306 बोर की राइफल, तीन खाली खोके और एक जिंदा कारतूस मिला है। सीमा के हाथ पर मिले सुसाइड नोट में लिखा है, ‘हमारी मौत का जिम्मेदार मेरा भाई है। उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।'
नरेंद्र सिंह चौहान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा में अजीतमल थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। करीब 15 साल पहले ग्वालियर आकर बस गए थे। यहां ठेकेदारी शुरू कर दी। शुरुआत में पार्टनरशिप में काम किया। उसके बाद खुद की फर्म आदित्य बिल्डर्स बना ली। फिलहाल, महापौर निधि से ग्वालियर पूर्व विधानसभा और ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में करीब 8 करोड़ के काम कर रहे थे।
ठेकेदार नरेंद्र सिंह का साला राजीव गौड़ उर्फ गुड्डू भी उत्तर प्रदेश के इटावा का रहने वाला है। राजीव सेना में था। उसने वीआरएस ले लिया था। पिछले पांच साल से राजीव और नरेंद्र मिलकर काम कर रहे थे। राजीव और नरेंद्र के बीच लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। इससे घर में तनाव रहने लगा था। पिछले कुछ महीनों में नरेंद्र की लगातार शिकायतें हो रही थीं। कभी EOW तो कभी लोकायुक्त के साथ ही दिल्ली तक जांच एजेंसी में शिकायत की गई है। इसके चलते नरेंद्र तनाव में था। उसे लगता था कि शिकायतों के पीछे राजीव है।