हे प्रभु, सिंधिया जैसा कोई और अब कांग्रेस में पैदा न हो, महाकाल से दिग्विजय सिंह ने की प्रार्थना

उज्जैन में प्रेस को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि महाकाल मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कमलनाथ सरकार ने लगभग 300 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे।

Updated: Apr 21, 2023, 07:24 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शुक्रवार को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचे। कांग्रेस नेता ने यहां बाबा महाकाल से प्रार्थना करते हुए कहा कि हे प्रभु दोबारा कोई सिंधिया जैसा कांग्रेस में पैदा न हो। इस दौरान उन्होंने बताया कि महाकाल मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कमलनाथ सरकार ने लगभग 300 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे।

 उज्जैन में प्रेस को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, "महाकाल मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कमलनाथ जी की सरकार ने लगभग 300 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। जिससे आज भी महाकाल परिसर में विकास कार्य जारी हैं। वहीं भाजपा सरकार द्वारा महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से भस्मारती के 200 रुपए, जल चढ़ाने के 750 रुपए, और दर्शन के लिए 250 रुपए वसूले जा रहे हैं।"

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि, "जब हमारी सरकार प्रदेश में बनी तो हमारे कुछ विधायक 15 महीने में कमाई में लग गए। उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार भी बना ली। जबकि, अभी जो विधायक हमारे साथ बैठे हैं, उन्हें भी 25 से 50 करोड़ रुपये के ऑफर आए थे। जिन्हें इन्होंने मना कर दिया। सिर्फ अनुसूचित जाति जनजाति का विधायक नहीं बिका। जबकि, बीजेपी के खरीद फरोख्त में बड़े-बड़े राजा-महाराजा, जमींदार लोग बिक गए।" 

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पूर्व सीएम ने आगे कहा कि, इस देश में जो विचारधारा से जुड़ा है, वो कभी नहीं बिकेगा। इसी बीच एक मीडियाकर्मी ने उनसे सवाल किया, आप जीत का दावा कर रहे हैं। लेकिन, दोबारा कोई सिंधिया जैसा निकला और सरकार बना ली तो क्या करेंगे? इस पर दिग्विजय ने महाकालेश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा, "हे प्रभु, हे महाकाल... दोबारा कोई सिंधिया जैसा कांग्रेस में पैदा न हो।" सिंह ने ये भी कहा कि दल बदल कानून को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है। कांग्रेस पार्टी की ओर से इस बात का ख्याल रखा जाएगा की इस बार उम्मीदवार टिकाऊ हो, बिकाऊ नहीं। 

सिंह ने इस दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि, "महाकाल मंदिर परिसर के पास की शासकीय भूमि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों को दी गई है। यह लोग पूर्ण रूप से व्यावसायिक हैं। उज्जैन का मास्टर प्लान घोषित नहीं हो पा रहा है। विनोद और हीरा मिल के लोगों के आवास की व्यवस्था पूरी नहीं हो पा रही है। यदि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो राज्य का परिदृश्य बदलेगा।" उन्होंने सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि, "लाडली बहना योजना हमारी चुराई हुई योजना है। शिवराज सिंह को लाडली बहना और बेरोजगार भांजों की याद आखिर 20 साल बाद क्यों आई है। युवाओं को मिलने वाला बेरोजगारी भत्ता बंद कर दिया गया है।"

ईवीएम से जुड़े सवाल पर सिंह ने कहा कि इवीएम के खिलाफ गंभीर आशंकाएं हैं, लेकिन विपक्षी दलों की आपत्तियों पर न तो चुनाव आयोग कोई ऐक्शन ले रहा है, न ही मीटिंग बुला रहा है। बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज उज्जैन उत्तर और उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीटों पर कार्यकर्ताओं का सम्मेलन कर रहे है। सिंह उज्जैन की जिन विधानसभा सीटों में कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं, वे सीट पिछले कई विधानसभा चुनाव से बीजेपी के पास है।