अवैध पत्रकारिता के लिए कटनी के एक पत्रकार को नोटिस, ग्रामीणों की माँग उठाने से तहसीलदार हुए नाराज़

कटनी ज़िले के करही तहसीलदार ने स्थानीय पत्रकार पर अवैध पत्रकारिता का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी किया है।

Updated: Apr 04, 2021, 02:40 PM IST

Photo courtesy: patrika
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भोपाल/कटनी। मध्यप्रदेश के कटनी ज़िला में बरही तहसील के तहसीलदार सच्चिदानंद त्रिपाठी ने एक स्थानीय पत्रकार को अवैध रूप से पत्रकारिता करने का नोटिस जारी किया है। जिसकी सुनवाई 20 अप्रैल को होगी।

मामला कटनी ज़िले के बरही का है। जहाँ स्थानीय पत्रकार संदीप कुमार ने खजुराहो -अमरकंटक मार्ग पर अतिक्रमण और भूमाफिया की ख़बर लिख कर प्रकाशित की थी। भूमाफियाओं के खिलाफ़ ख़बर बरही तहसीलदार को इतना नागवार गुजरी की उन्होंने सीधे अवैध रूप से पत्रकारिता का नोटिस जारी कर दिया।

तहसीलदार द्वारा जारी किए गए नोटिस में संदीप कुमार पर अवैध रूप से पत्रकारिता करने का आरोप लगाया गया है। पत्रकार ने इस मामले की कलेक्टर से शिकायत कर हस्तक्षेप करने की मांग की है।

बरही में कई एकड़ सरकारी जमीन पर रसूखदारों ने कब्जा कर रखा है। बरही के रहवासियों द्वारा पांच जनवरी को जनसुनवाई में कलेक्टर को पत्र देकर कई सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग की गई थी। तब कलेक्टर ने इस पत्र को सीएम हेल्पलाइन में ट्रांसफर करवाकर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे। विजयराघवगढ़ एसडीएम और बरही तहसीलदार ने मामले में समय रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं की।

सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और समय रहते ठोस कार्रवाई नहीं होने का मुद्दा दो अप्रैल को कटनी पहुंचे स्थानीय सांसद और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के सामने भी उठा। शर्मा के संसदीय क्षेत्र में चल रही मनमानी के सवाल पर उन्होंने कहा था कि किसी भी माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकेगी। लेकिन ग्रामीण कार्रवाई का इंतज़ार ही करते रहे। पत्रकार होने के नाते संदीप कुमार लगातार ग्रामीणों की शिकायत की खबरें प्रकाशित करते रहे। इसी से नाराज़ होकर करही तहसीलदार सच्चिदानंद त्रिपाठी ने पत्रकार पर अवैध पत्रकारिता करने का नोटिस जारी कर दिया है।

शायद ये पहला मौका है जब किसी पत्रकार पर अवैध पत्रकारिता का आरोप लगा है। पत्रकारिता में वैध अवैध जैसी किसी संज्ञा का इससे पहले उपयोग सुनने में नहीं आया था।