मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला जिले से रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। मंडला के मोहगांव थाना क्षेत्र के ग्राम पातादेई में घर की छत पर सो रहे तीन आदिवासियों की हत्या कर दी गई है। एक महिला का सिर धड़ से अलग कर दिया गया और घटना स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर आम के पेड़ पर लटका दिया गया। इस घटना से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी है और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से इस्तीफा की मांग की है।



यह भी पढ़ें: जयवर्धन सिंह ने गुना कांड पर भाजपा अध्यक्ष को घेरा, बीच में कूद पड़े बीजेपी प्रवक्ता, शुरू हुआ ट्विटर वॉर



पति, पत्नी और उनकी बेटी की गला काट कर हत्या करने के बाद हमलावर फरार हो गए हैं। अभी तक हत्या की वजह और हत्यारों की पहचान नहीं हो सकी है। मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों के नाम नर्मद सिंह 62 वर्ष, पत्नी सुकरती बाई 57 वर्ष, बेटी कुमारी महिमा 12 वर्ष है। हत्यारों ने सभी की हत्या गला काट कर की है। हमलावरों ने सुकरती बाई का गला काट कर धड़ से अलग कर दिया है। मृतक गांव पातादेई के निवासी हैं।



नीमच में हनुमान की मूर्ति रखने को लेकर हुआ बवाल, पत्थरबाज़ी और हंगामे के बाद पुलिस ने धारा 144 लगाया



मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। सिवनी में हुई आदिवासियों की हत्या का ज़ख्म अभी भरा नहीं था कि मंडला के इस दर्दनाक हादसे ने घाव को कुरेदने का काम किया। इस घटना के बाद दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से इस्तीफा की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि "मोहगाँव ब्लाक जिला मण्डला के ग्राम पातादेही बोडासिल्ली में कल रात आदिवासी परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई। जिसमें से एक महिला का सर तो हत्यारे काट कर ले गए। मेरे पास सारे फ़ोटो आ गईं हैं, लेकिन इतनी विभत्स हैं कि उन्हें मैं सोशल मीडिया पर डालना उचित नहीं समझता।"



 





आगे लिखा, "मप्र में बढ़ते हुए अपराध और विशेष कर अजा व अजजा के परिवारों पर बढ़ते हुए जुल्मों को देखते हुए क्या गृह मंत्री जी को त्याग पत्र नहीं दे देना चाहिए। मुझे उनसे (गृहमंत्री) कोई उम्मीद नहीं है। और मुख्यमंत्री जी में भी त्याग पत्र माँगने का साहस नहीं है।"