ग्वालियर। ग्वालियर के झांसी रोड थाना में पदस्थ रहते हुए लीव पर गए टीआई मंगल सिंह पपोला चार महीने बाद भी वापस नहीं लौटे हैं। ऐसे में शनिवार रात को एसएसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह ने टीआई मंगल सिंह को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड टीआई ने 16 साल पहले हवलदार रहते हुए नीमच में एनकाउंटर में एक स्मैक तस्कर को मार गिराया था। जिस पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी मिला था।

हालांकि, जिसका एनकाउंटर करना बताया था, वह जिंदा लौट आया था। तभी से जस मामले की जांच चल रही थी। हाल ही में मामले की जांच सीबीआई के पास आई थी। अप्रैल 2025 में सीबीआई ने टीआई के खिलाफ वारंट जारी किया था। जिसके बाद वह लीव लेकर अंडरग्राउंड हो गए थे। चार महीने बाद भी लौटकर नहीं आने पर अब एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है।

बता दें कि सन 2009 में पुलिस ने दावा किया था कि उन्होंने 7 और 8 फरवरी की रात नशे के तस्कर बंशी गुर्जर को एनकाउंटर में मार गिराया है। इस घटना के बाद पूरे राज्य में नीमच थाने की पुलिस ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। हालांकि, इस मामले में नया मोड़ उस समय सामने आया है, जब तीन साल बाद यानी 2012 में बंशी गुर्जर लौट आया। बंशी गुर्जर के लौट आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि पुलिस ने फेक एनकाउंटर किया था, जिसमें मारा गया कोई और व्यक्ति था।

ग्वालियर के झांसी रोड थाने में तैनात टीआई मंगल सिंह पपोला सीबीआई की कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं। सीबीआई ने उनके खिलाफ अप्रैल 2025 में एक वारंट जारी किया था, लेकिन जब यह वारंट लेकर सीबीआई कॉन्स्टेबल थाने पहुंचा, तो पपोला वहां नहीं थे। इसके बाद जब टीआई से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनको कुछ भी पता नहीं चला। पपोला अपना मोबाइल फोन बंद करके अंडरग्राउंड हो गए हैं। 

इस फेक एनकाउंटर की जांच शुरुआत में CID को सौंपी गई थी, लेकिन इस मामले के पुलिस विभाग से जुड़े होने के कारण इसमें काफी लीपापोती के आरोप लगे थे। इसके बाद कोर्ट में दायर एक याचिका पर फैसला सुनाते हुए उसे CBI को ट्रांसफर कर दिया।हाल ही में कोर्ट की सख्ती के बाद सीबीआई ने मामले की जांच और कार्रवाई तेज कर दी है। नीमच के इस फर्जी एनकाउंटर के मामले में टीआई पपोला के साथ कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों पर गिरफ्तार की तलवार लटक रही है।