CM शिवराज की सद्बुद्धि के लिए युवाओं ने किया यज्ञ, NSUI बोली- मानसिक संतुलन खो बैठे हैं मुख्यमंत्री

राजधानी भोपाल में दो दिवसीय युवा पंचायत का आयोजन, युवक कर रहे मुख्यमंत्री की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ, छात्र नेता रवि परमार बोले- सीएम शिवराज की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है, वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं, उन्हें मनोरोग से निजात दिलाने के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया है

Updated: Jul 24, 2022, 07:55 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित रविन्द्र भवन सभागार में राज्य सरकार द्वारा बड़े स्तर पर युवा पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए सरकारी खर्चे पर प्रदेशभर से युवाओं को बुलाया गया है। इधर युवा पंचायत से पांच किलोमीटर दूर बोर्ड ऑफिस स्थित हनुमान मंदिर में छात्रों द्वारा सीएम शिवराज सिंह चौहान की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया है।

सद्बुद्धि यज्ञ के आयोजनकर्ता व NSUI नेता रवि परमार ने कहा कि सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली से त्रस्त युवाओं और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ सीएम शिवराज की सद्बुद्धि के लिए सद्बुद्धि हवन किया गया और भगवान से मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की गई। उन्होंने कहा कि, 'सीएम शिवराज की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है। वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। बोर्ड ऑफिस स्थित हनुमान मंदिर में हवन यज्ञ करने सारी मनोकामना पूर्ण होती है। हमने मुख्यमंत्री को मनोरोग से निजात दिलाने के लिए इस यज्ञ का आयोजन किया है।'

रवि परमार ने आगे कहा कि सीएम चौहान को झूठी घोषणा करने की बीमारी है। जहां जाते हैं वहीं कुछ न कुछ नई घोषणाएं कर देते हैं। शनिवार को युवा पंचायत में भी उन्होंने एक नया झूठ बोलते हुए 1 लाख नई नौकरी देने की बात की। प्रदेश के युवा उनसे पूछना चाहते हैं पहले की घोषणाओं का क्या हुआ? जो आप नित नई घोषणाएं कर रहे हैं? 2018 से आजतक जितनी प्रतियोगी परीक्षाएं हुई हैं उनमें से अधिकतर का या तो रिजल्ट घोषित नही हुआ अगर रिजल्ट घोषित हुआ तो नियुक्ति नही दी गई। आज तक जिन जिन परीक्षाओं के फॉर्म भरवाए गए हैं पहले उनकी परीक्षा लेकर सही रिजल्ट घोषित करें और नियुक्ति दे उसके बाद कोई नई घोषणाएं करें।

यज्ञ में शामिल छात्र अक्षय तोमर ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े प्रतियोगी परीक्षा घोटाले की जननी शिवराज सरकार आज भी पुराने ढर्रे पर चल रही है। चाहे शिक्षक भर्ती की बात करें या पुलिस आरक्षक, कृषि विकास अधिकारी भर्ती, असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती सभी मे व्यापम(पीईबी) के अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार करके सत्ताधारी दल के नेताओं को उपकृत किया। राज्य सरकार सरकार युवा पंचायत के नाम पर संघ के एजेंडा को मध्यप्रदेश के भविष्य छात्रों पर थोपना चाहती है। प्रदेश में नई भर्ती न होने के कारण यह हालात हो गए हैं कि कनिष्ठ अधिकारी वरिष्ठ अधिकारी का प्रभार संभाल रहे हैं क्योंकि न तो यहां MPPSC के द्वारा कोई भर्ती हो रही न ही PEB कोई भर्ती कर रही है।