Bihar Election: नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारेंगे चिराग पासवान, संसदीय बोर्ड का फैसला

राम विलास पासवान की पार्टी लोजपा का ऐलान, जेडीयू से वैचारिक लड़ाई, बीजेपी से कोई कटुता नहीं, चुनाव बाद मिलकर सरकार बनाएंगे

Updated: Oct 05, 2020, 07:56 AM IST

Photo Courtsey : Hindustan Times
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पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू को एनडीए की सहयोगी पार्टी एलजेपी ने बड़ा झटका दिया है। लोक जनशक्ति पार्टी ने रविवार को एलान किया है कि पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में नहीं लड़ेगी। एलजेपी सुप्रीमो चिराग पासवान के नेतृत्व में केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी नेताओं ने एकमत से यह फैसला लिया है। 

राजधानी दिल्ली में हुए बैठक के दौरान संसदीय बोर्ड ने एलजेपी और बीजेपी की सरकार बनाने को लेकर प्रस्ताव पास किया है। इसके साथ ही पार्टी ने यह फैसला लिया है कि एलजेपी के सभी जीते हुए विधायक पीएम मोदी को मजबूत करेंगे और प्रदेश में बीजेपी-एलजेपी की सरकार बनाएंगे। एलजेपी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि सभी सदस्यों ने बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के चिराग पासवान के संकल्प और विजन को प्रदेश में लागू करेगी।

एलजेपी के प्रधान महासचिव अब्दुल खालिक ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा, 'राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी से हमारा मजबूत गठबंधन है, लेकिन राज्य स्तर पर जेडीयू से वैचारिक मतभेदों के कारण पार्टी ने एनडीए से अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। जेडीयू के खिलाफ कई सीटों पर जनता तय करेगी कि कौन सा उम्मीदवार बिहार के हित में बेहतर है। हमारा बीजेपी से कोई कटुता नहीं है।'

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बता दें कि इसके पहले सूत्रों के हवाले से खबर मिली थी कि बिहार में एनडीए की सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर सहमति बन गई है और एलजेपी उसका हिस्सा नहीं है। जानकारी के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू 119-119 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी वहीं पांच सीटें जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को दी गई है।