BJP-RSS ने शिक्षा माफिया को बढ़ावा दिया, NEET पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार पर बरसे खड़गे

शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर करके नीट एग्जाम रद्द की मांग का विरोध किया था। सरकार ने हलफनामे में कहा है कि कथित गड़बड़ी केवल पटना और गोधरा केंद्रों में हुई थी।

Updated: Jul 06, 2024, 01:50 PM IST

नई दिल्ली। NEET पेपर लीक विवाद पर विपक्ष लगातार मोदी सरकार को घेर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि 'केवल कुछ जगहों पर अनियमितताएं/चीटिंग हुई हैं' ये कहना शिक्षा मंत्रालय द्वारा गुमराह करने वाली है, लाखों युवाओं से झूठ बोला जा रहा है। उन्होंने पेपर लीक विवाद के साथ-साथ NCERT की किताबों को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

खड़गे ने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि NEET-UG में कोई पेपर लीक नहीं हुआ है! लाखों युवाओं से ये सफ़ेद झूठ बोला जा रहा है। उनके भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है। शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि “केवल कुछ जगहों पर अनियमितताएं/चीटिंग हुई हैं”, ये गुमराह करने वाली बात है। BJP-RSS ने पूरी शिक्षा प्रणाली को अपने क़ब्ज़े में रखकर शिक्षा माफ़िया को बढ़ावा दिया है। NCERT की किताबें हों या परीक्षा में Leekage — मोदी सरकार हमारी शिक्षा व्यवस्थाओं को तबाह करने पर तुली है।'

उन्होंने आगे कहा कि हमारी मांग हम फिर से दोहराते है कि-

1) NEET-UG फिर से कराया जाएं। Transparent तरह से Online कराया जाएं।
2) सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में सभी पेपर लीक घोटालों की गहन जांच हो, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।

दरअसल, शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दायर करके नीट एग्जाम रद्द की मांग का विरोध किया था। सरकार ने हलफनामे में कहा है कि कथित गड़बड़ी केवल पटना और गोधरा केंद्रों में हुई थी और व्यक्तिगत उदाहरणों के आधार पर पूरी परीक्षा रद्द नहीं की जानी चाहिए। अनुचित साधनों और पेपर लीक के व्यक्तिगत उदाहरणों से पूरी परीक्षा खराब नहीं हुई है। अगर परीक्षा प्रक्रिया रद्द कर दी जाती है तो यह लाखों छात्रों के शैक्षणिक करियर से जुड़े बड़े सार्वजनिक हित के लिए ज्यादा हानिकारक होगा।