पीएम के सामने नीतीश की फिसली ज़ुबान, तेजस्वी बोले नीतीश जी को मोदी जी का पैर छूता देख बुरा लगा
नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री के सामने कह दिया कि उनके पक्ष में चार हजार से ज़्यादा एमपी रहेंगे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को बिहार के नवादा में एक जनसभा को संबोधित किया। हालांकि पीएम द्वारा इस जनसभा को संबोधित करने से ज़्यादा चर्चा का विषय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बन गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के सामने पहले तो नीतीश कुमार की ज़ुबान फिसली और फिर एक ऐसी तस्वीर भी वायरल हुई जिसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सीएम नीतीश प्रधानमंत्री मोदी का पैर छू रहे हैं।
प्रधानमंत्री की जनसभा में नीतीश कुमार ने यह कह दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव के परिणाम जब आएंगे तब चार हजार से ज़्यादा एमपी आपके (पीएम मोदी) पक्ष में रहेंगे। हालांकि शुरुआत में नीतीश कुमार चार हजार के बजाय चार लाख बोलने वाले थे लेकिन अंत में उन्होंने ख़ुद को भावनाओं में बहने से संभाल तो लिया और चार हजार सांसदों के आंकड़े से संतोष करना मुनासिब समझा।
दरअसल बीजेपी इस चुनाव में अबकी बार चार सौ पार का नारा बुलंद कर रही है। इसी क्रम में सीएम नीतीश भी प्रधानमंत्री मोदी के सामने उनके इस नारे का समर्थन जताना चाहते थे लेकिन चार सौ पार के आंकड़े में बिहार के मुख्यमंत्री ने एक शून्य का और इज़ाफ़ा कर दिया।
सीएम नीतीश की ज़ुबान फिसलने के अलावा नवादा की ए जनसभा की उनकी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह प्रधानमंत्री मोदी के पैर छू रहे हैं।
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इस वायरल तस्वीर पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। आरजेडी नेता ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री मोदी का पैर छूता देख बहुत बुरा लगा। नीतीश कुमार को ऐसा नहीं करना चाहिए था, वह हमारे अभिभावक हैं। बिहार के मुख्यमंत्री हैं और देश के इतने अनुभवी मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री के पैर छूना उन्हें शोभा नहीं देता।
नीतीश कुमार चार महीने पहले तक बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन में थे। 2022 में उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़ कर आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। इस बीच में इंडिया गठबंधन के भी वह हिस्सा थे। हालांकि इस दौरान लगातार ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि नीतीश ख़ुद को इंडिया गठबंधन का संयोजक ना बनाए जाने को लेकर नाराज़ चल रहे हैं। इंडिया गठबंधन से रास्ते अलग करने के बाद नीतीश कुमार ने बीते दिनों यह तक कह डाला था कि उन्हें तो इस नाम तक से आपत्ति थी।
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पिछली बार नीतीश कुमार जब आरजेडी के साथ आए थे तब उन्होंने यह हवाला दिया था कि बीजेपी उनकी पार्टी को समाप्त करने पर तुल गई थी और अब वही नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी को चार हजार सांसदों का समर्थन दिला रहे हैं।