महात्मा गांधी के समय राजनीति देश के लिए होती थी, अब सिर्फ सत्ता के लिए होती है: नितिन गडकरी

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बिना नाम लिए अपनी ही पार्टी पर साधा निशाना, बोले- अब सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति होती है, मुझे कई बार लगता है कि राजनीति छोड़ दूं

Updated: Jul 25, 2022, 11:37 AM IST

नई दिल्ली। बीजेपी के कद्दावर नेता व केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अक्सर अपनी स्पष्टवादिता को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। किसी भी विषय पर वह बिना किसी भय अथवा संकोच के अपनी बातें रखते हैं। इसी तरह उन्होंने मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को लेकर भी विचार साझा किया हैं, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने बिना नाम लिए अपनी ही पार्टी पर न सिर्फ निशाना साधा बल्की ये भी कहा कि वे राजनीति छोड़ना चाहते हैं।

नितिन गडकरी ने रविवार को एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, 'हमें ये समझना चाहिए कि राजनीति आखिर है क्या? अगर बारीकी से देखें तो राजनीति समाज के लिए है। समाज का विकास करने के लिए है। महात्मा गांधी के समय से राजनीति देश, समाज, विकास के लिए होती थी। लेकिन अब राजनीति सिर्फ़ सत्ता के लिए होती है।' गडकरी ने यह बयान तब दिया है जब उनकी ही पार्टी हाल के वर्षों में एक के बाद एक कई राज्यों में सरकार गिराकर सत्ता पाने में लगी रही है।

नितिन गडकरी ने आगे कहा कि मुझे कभी-कभी तो लगता है कि मैं राजनीति कब छोड़ दूं। क्योंकि जीवन में राजनीति के अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं जो कि करने लायक हैं। बता दें कि हाल ही में गडकरी ने एक बयान देकर पार्टी को कठघरे में खड़ा कर दिया था। गुजरात में मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद उन्होंने कहा था कि आजकल हर हर कोई दुखी है। विधायक इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मंत्री नहीं बन पाए। मंत्री इसलिए दुखी हैं, क्योंकि उन्हें अच्छा विभाग नहीं मिला। अच्छे विभाग वाले इसलिए दुखी हैं, क्योंकि वो मुख्यमंत्री नहीं बन पाए। जो मुख्यमंत्री बन पाए वो इसलिए दुखी हैं, क्योंकि कब रहेंगे और कब जाएंगे, इसका कोई भरोसा नहीं है।