किसान आंदोलन ने पकड़ा जोर, मरणव्रत से पहले हिरासत में डल्लेवाल, खनौरी बॉर्डर पहुंचे बजरंग पुनिया

पुलिस हिरासत में अस्पताल में ले जाए गए डल्लेवाल कुछ नहीं खा रहे हैं। उनको हिरासत में लिए जाने के बाद अब किसान नेता और पूर्व फौजी सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठेंगे।

Updated: Nov 26, 2024, 06:27 PM IST

लुधियाना। फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है। पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी बॉर्डर से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल मंगलवार से मरणव्रत पर बैठने वाले थे। हालांकि, देर रात उन्हें पुलिस उठा ले गई। इसके बाद वहां माहौल गरमा गया है।

बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस उन्हें लुधियाना स्थित DMC अस्पताल ले गई है। कोई व्यक्ति उन तक न पहुंचे, इसके लिए अस्पताल के आसपास के एरिया को सील कर दिया गया है। इस घटना के बाद मंगलवार को कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पुनिया खनौरी बॉर्डर पहुंचे। बजरंग पुनिया ने कहा कि किसान नेता डल्लेवाल को बिना वजह हिरासत में लेना निंदनीय है। यह बर्दाश्त के बाहर है। संविधान दिवस के दिन संविधान की हत्या की जा रही है। 

बजरंग पुनिया ने कहा कि कल रात जो हुआ वह निंदनीय है। खनौरी बॉर्डर पर किसान शांतिपूर्ण अपना विरोध कर रहे हैं। किसान यहां पिछले 9 महीने से शांति से बॉर्डर पर बैठे हैं। ऐसे में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों की मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू करने वाले थे। इससे पहले ही उन्हें आधी रात गिरफ्तार कर लिया गया।

पूनिया ने कहा कि जो किसानी नहीं करता वो भी अनाज खाता है। किसान ही सबका पेट भर रहा है। जो सोशल मीडिया पर किसानों के खिलाफ बकवास करते हैं वे भी किसान का उगाया अनाज खाते हैं। जिस दिन किसान अनाज उगाना बंद कर देगा तो सभी भूखे मर जाएंगे। किसानों की मांगें जायज है। उन्होंने कहा कि इस देश में ऐसा माहौल है कि जो भी आवाज उठाते हैं चाहे वे किसान हैं, जवान हैं या पहलवान हैं उन्हें घसीटा जा रहा है और पीटा जा रहा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल में डल्लेवाल कुछ नहीं खा रहे हैं। बताया जा रहा है कि अब किसान नेता और पूर्व फौजी सुखजीत सिंह हरदो झंडे खनौरी बॉर्डर पर मरणव्रत पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वे इस अनशन के दौरान मर जाते हैं तो उनका शव यहीं रहेगा और दूसरा किसान मरणव्रत पर बैठ जाएगा। 

किसानों ने खनौरी बॉर्डर पर पहुंचकर प्रदर्शन भी किया। वहीं हरियाणा और पंजाब के सीनियर अधिकारियों की बैठक में सहमति बनी है कि शंभू बॉर्डर का 4 फीट का एरिया खोला जाएगा, ताकि किसान बिना ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के आगे बढ़ सकें। हालांकि अभी इसका औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है।

उधर बठिंडा से खनौरी बॉर्डर पर जा रहे किसानों को पुलिस ने बठिंडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर जेठूके गांव में बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इसके बाद किसानों ने हाईवे जाम करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल को CM भगवंत मान के ज्यूरिस्डिक्शन से उठाया गया है, इसलिए पंजाब सरकार को किसानों के प्रति अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। बताना होगा कि उन्हें कहां ले गए हैं? अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।