यौन शोषण का आरोपी है हाथरस वाला बाबा, भाजपा का झंडा लगी कारों से फरार होने का दावा
रात में DSP आश्रम के अंदर गए थे। बाहर निकलने पर उन्होंने कहा था कि बाबा अंदर नहीं हैं। सुबह आश्रम से 6 गाड़ियां निकलीं। एक में भाजपा का झंडा लगा था। चर्चा है कि बाबा उसी में बैठा था।

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, डेढ़ सौ लोग घायल बताए जा रहे हैं। यह सत्संग स्वयंभू बाबा नारायण सरकार विश्वास हरि ऊर्फ भोले बाबा ने आयोजित किया था। हादसे के बाद से बाबा फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है, हालांकि पुलिस की नियत पर भी सवाल उठ रहे हैं।
नारायण सरकार विश्वास हरि ऊर्फ भोले बाबा का असली नाम सूरजपाल सिंह है। वह कासगंज जिले के बहादुर नगर गांव का रहने वाला है। बाबा बनने से पहले ये भोले बाबा उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही था। उसे पुलिस की नौकरी से बर्खास्त किया गया था। उस पर यौन शोषण के भी आरोप लगे थे। हालांकि भोले बाबा अपने भक्तों से कहता था कि उसने पुलिस सेवा से VRS लिया था। इतना ही नहीं वह इंटेलिजेंस ब्यूरो में भी काम करने का दावा करता था।
मंगलवार को भगदड़ में लोगों को मरता छोड़कर बाबा वहां से भाग गया। 15 गाड़ियों के काफिले के साथ मैनपुरी के बिछुआ में अपने आश्रम पहुंचा। चुंकी, बाबा को अंदाजा लग गया था कि काफी लोगों की मौत हुई है इसलिए उसने 21 बीघे में बने आश्रम के तीनों गेट बंद करवा दिए और बाहर पुलिस फोर्स की तैनाती करवा दी। इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका भी संदेहास्पद है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रात में DSP आश्रम के अंदर गए थे। वह करीब एक घंटे बाद बाहर निकले। इस दौरान मीडिया ने उन्हें घेर लिया तो उन्होंने कहा कि बाबा अंदर नहीं हैं। दरअसल, मीडिया को भनक लग गई कि थी की बाबा अपने आश्रम में है। ऐसे में आश्रम के बाहर मीडिया का जमावड़ा लग गया। रात 11 बजे DSP सुनील कुमार सिंह चौहान अकेले आश्रम के अंदर गए और एक घंटे बाद बाहर आकर कहा कि बहुत खोजने के बाद भी बाबा अंदर नहीं मिला।
अब सवाल यह है कि अंदर बाबा को खोजने वह अकेले क्यों गए? जबकि बाबा के भक्त भी दावा कर रहे हैं कि ढाई बजे आश्रम में बाबा आए और उसके बाद वह कहीं भी नहीं गए थे। इतना ही नहीं सुबह साढ़े 6 बजे सुनील कुमार दोबारा आश्रम पहुंचे। इसके बाद 6 बजकर 45 मिनट पर आश्रम से 6 गाड़ियां बाहर निकाली गईं। जिसमें एक सफेद रंग की गाड़ी पर भाजपा का झंडा लगा था। उसका नंबर DL 10 CN-8756 था। गाड़ी के शीशे पर ब्लैक फिल्म थी। यह गाड़ी दिल्ली में हसीन अहमद के नाम पर रजिस्टर है। चर्चा है कि बाबा उसी में बैठा था।