मणिपुर में मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लाल किले की प्राचीर से बोले पीएम मोदी

हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे, जो फैसला लेंगे, वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है: पीएम मोदी

Updated: Aug 15, 2023, 04:32 PM IST

नई दिल्ली। देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर 10वीं बार तिरंगा फहराया। इस दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए मणिपुर की बात की। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दिनों में मणिपुर में हिंसा का दौर चला। मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं।

पीएम मोदी ने कहा, 'देश मणिपुर के लोगों के साथ है। देश मणिपुर के लोगों को पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं। शांति से ही इसका रास्ता निकलेगा। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए। जिन परिवारों ने इस संकट को सहन किया है मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य-केंद्र सरकार मिलकर उन सभी संकटों से मुक्त होकर तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ेंगी, ये विश्वास दिलाता हूं।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, 'विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति, भारत के सामर्थ्य के प्रति एक नया आकर्षण, एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ये प्रकाशपुंज भारत से उठा है, जो विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है। हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे, जो फैसला लेंगे, वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है, भारत के भाग्य को लिखने वाला है। आज हमारे पास डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी और डाइवर्सिटी है। ये तीनों मिलकर देश के सपनों को साकार करने की क्षमता रखते हैं। मैं पिछले 1000 वर्षों की बात इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है। अभी हम जिस युग में जी रहे हैं इस युग में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे और एक के बाद एक जो निर्णय लेंगे, वह स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा।'

पीएम मोदी ने कहा, '2014 में आपने मजबूत सरकार बनाई। 2019 में आपने सरकार फॉर्म की, तो मोदी में रिफॉर्म की हिम्मत आई। जब मोदी ने रिफॉर्म किए, तो ब्योरोक्रेसी ने ट्रांसफोर्म करने के लिए परफॉर्म करने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। इससे जनता जनार्दन जुड़ गया। इससे ट्रांसफॉर्म भी नजर आ रहा है। ये भारत को गढ़ रहा है। हमारी सोच उस बदलाव को बढ़ावा देने के लिए है, जो 1000 साल तक हमारे भविष्य की रूपरेखा तय करेगी। हमारी युवा शक्ति न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया की जरूरत को पूरा करने में सफल होगी।'

प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा, 'मैं तिरंगे के नीचे देशवासियों को अपनी सरकार के काम का हिसाब दे रहा हूं। हमने अलग आयुष मंत्रालय बनाया। आज योग और आयुष अलग परचम लहरा रही है। मत्स्य पालन हमारे कोटि कोटि मछुआरों का कल्याण भी हमारे मन में है, इसलिए हमने अलग मंत्रालय की रचना की। ताकि समाज के लोग पीछे रह गए, उन्हें भी साथ ले सकें। देश के कोने कोने में हमने अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया, ताकि गरीब से गरीब की सुनवाई वहां हो। ताकि वह भी राष्ट्र के योगदान में हिस्सा दे सके। हमने सहकार्य से योगदान का रास्ता निभाया है। हम जब 2014 में आए थे, तब वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे। आज हम 5वीं अर्थव्यवस्था के नंबर पर पहुंच गए हैं। भ्रष्टाचार का राक्षस देश को दबोचे हुए थे। हमने ये सब बंद किया। मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई। गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने की योजना बनाई। आज देश का सामर्थ्य बढ़ रहा है। पाई पाई गरीब के लिए खर्च करने वाली सरकार हो, तो परिणाम क्या आता है, वो देखा जा सकता है। मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे के नीचे से दे रहा हूं।'