पीछे मुड़ कर देखने का नहीं, अपना भविष्य बदलने का समय है, रोजगार क्रांति का वक्त है: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि भारत के अवसर काल का एक महत्वपूर्ण दशक ज़ीरो इकोनॉमिक विज़न वाली सरकार के प्रयोगों की भेंट चढ़ चुका है। इसलिए अब पीछे मुड़ कर देखने का नहीं, अपना और अपने देश का भविष्य बदलने का वक्त है।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी जनहित के मुद्दों खासकर बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी रोजगार का मुद्दा हर दिन उठा रहे हैं। इसी बीच उन्होंने देश के युवाओं से कहा कि अब पीछे मुड़कर देखने का नहीं, अपना भविष्य बदलने का समय है। उन्होंने कहा कि अब रोजगार क्रांति का वक्त है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'क्या आप जानते हैं कि इस वक्त भारत की सबसे बड़ी ताकत क्या है? हमारी ताकत है 25 साल से कम उम्र की युवा आबादी, जिसकी संख्या इस समय पूरी दुनिया में सबसे अधिक भारत में है। ये वक्त है युवाओं की इस अपार ऊर्जा से भारत की अर्थव्यवस्था को ट्रांसफॉर्म करने का और इसी उद्देश्य से हमने ‘थ्री डाइमेन्शनल स्ट्रेटेजी’ बनाई है।'
क्या आप जानते हैं कि इस वक्त भारत की सबसे बड़ी ताकत क्या है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 13, 2024
हमारी ताकत है 25 साल से कम उम्र की युवा आबादी, जिसकी संख्या इस समय पूरी दुनिया में सबसे अधिक भारत में है।
ये वक्त है युवाओं की इस अपार ऊर्जा से भारत की अर्थव्यवस्था को ट्रांसफॉर्म करने का और इसी उद्देश्य से हमने… pic.twitter.com/Tsx46m4GDr
उन्होंने कहा कि, 'भर्ती भरोसा कानून 30 लाख नियुक्तियों से सिर्फ रोज़गार ही नहीं देगा, बल्कि सरकारी ढांचे की कार्यकुशलता भी बढ़ा देगा। पहली नौकरी पक्की योजना सिर्फ एक लाख रू सालाना की नौकरी भर नहीं है, यह भारत की मौजूदा स्किल्ड वर्कफोर्स की संख्या कई गुना बढ़ा देगी। और ‘युवा रोशनी’ 5 हज़ार करोड़ के बजट से ज़िले-ज़िले में एंटरप्रेन्योर तैयार करेगी। युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग भारतीय उद्योगों की रीढ़ MSMEs को मज़बूती और अर्थव्यवस्था को रफ्तार देगा।
राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि
भारत के अवसर काल का एक महत्वपूर्ण दशक ज़ीरो इकोनॉमिक विज़न वाली सरकार के ‘प्रयोगों’ की भेंट चढ़ चुका है। इसलिए अब पीछे मुड़ कर देखने का नहीं, अपना और अपने देश का भविष्य बदलने का वक्त है। अब ‘रोज़गार क्रांति’ का वक्त है।