नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के सौवें एपिसोड के प्रसारण के मौके पर विपक्ष पूरी तरह से हमलवार है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें फेंकू मास्टर करार दिया है। जयराम रमेश ने कहा है कि एक तरफ मन की बात का तो खूब प्रचार किया जा रहा है लेकिन प्रधानमंत्री चीन, अडानी, आतंकी हमलों जैसे मुद्दों पर मौन क्यों हैं? 



जयराम रमेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, "आज का दिन फेंकू मास्टर के लिए विशेष है। मन की बात के सौवें दिन का तो खूब प्रचार किया जा रहा है लेकिन असल मायने में चीन, अडानी, आर्थिक असमानताएं, महंगाई, जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले, महिला पहलवानों का अपमान, किसानों के साथ किए गए अपूर्ण वादे, तथाकथित डबल इंजन वाले राज्यों में भ्रष्टाचार पर वह मौन की बात कर रहे हैं।" 





जयराम रमेश ने आगे कहा कि आईआईएम रोहतक ने मन की बात पर एक भ्रामक स्टडी की है जबकि दूसरी तरफ खुद उस संस्थान के डायरेक्टर की अकादमिक उपबल्धियों पर शिक्षा मंत्रालय ने सवालिया निशान लगाया हुआ है। 



दरअसल आईआईएम रोहतक द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक करीब सौ करोड़ लोगों ने कथित रूप से मन की बात को सुना है जबकि 96 फीसदी लोग इसके बारे में जानते हैं। वहीं आईआईएम रोहतक के निदेशक धीरज शर्मा की शैक्षणिक योग्यता को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रलाय ने अदालत में बताया था कि धीरज शर्मा नौकरी के लिए अयोग्य हैं। 



अंग्रेजी के एक प्रमुख अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक धीरज शर्मा के पास दिल्ली विश्वविद्यालय से द्वितीय श्रेणी में स्नातक की डिग्री है जबकि इस पद के लिए प्रथम श्रेणी में स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है।