नाना पटोले के हाथ में महाराष्ट्र कांग्रेस की कमान, कल ही दिया था विधानसभा पद से इस्तीफा

महाराष्ट्र कांग्रेस कमेटी में हाईकमान ने किया बड़ा फेरबदल, बीते एक महीने से चल रही थी प्रदेश कांग्रेस पद को लेकर उठापटक, 6 कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त

Updated: Feb 05, 2021, 11:44 AM IST

Photo Courtesy : India Today
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मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस की कमान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले को सौंप दी गई है। कांग्रेस हाईकमान ने आज ही पटोले की इस पद पर नियुक्ति की है। पटोले ने कल यानी गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी के बाद से चर्चा हो रही थी कि उन्हें जल्द ही प्रदेश के राजस्व मंत्री बाला साहेब थोराट की जगह महाराष्ट्र का कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी पत्र में बताया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पटोले को महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ ही छह नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया है। कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए ये नेता हैं - शिवाजी राव मोगे, बासवराज पाटिल, मोहम्मद आरिफ नसीम खान, कुणाल रोहिदास पाटिल, चंद्रकांत हंडोरे और प्रणति शिंदे।

इनके अलावा प्रदेश कांग्रेस में 10 उपाध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं। कांग्रेस हाई कमान ने इसके साथ ही पार्टी के संसदीय बोर्ड और आगामी निकाय चुनावों के लिए रणनीति, स्क्रीनिंग एवं समन्वय समिति का गठन भी किया है। 

 

राहुल गांधी से की थी मुलाकात

महाराष्ट्र कांग्रेस के अगले अध्यक्ष के तौर पर पटोले का नाम कई दिनों से चर्चा में था। बुधवार को दिल्ली में उनकी राहुल गांधी से मुलाकात के बाद इन चर्चाओं को और बल मिला। दस जनपथ में हुई दोनों नेताओं की इस मुलाकात के बाद से मीडिया में ऐसी खबरें आने लगी थीं कि हाईकमान उन्हें महाराष्ट्र की कमान सौंपने की तैयारी कर ली  है। 

ओबीसी नेता के तौर पर पहचान रखने वाले पटोले किसानों के मुद्दे पर बेहद मुखर रहे हैं। किसानों के मुद्दों से लगाव की वजह से ही कांग्रेस ने उन्हें ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का चेयरमैन भी बनाया है। माना जा रहा है कि नाना पटोले संगठन को मजबूत करने के लिए नई रणनीति पर काम कर सकते हैं।कांग्रेस के इस निर्णय को देश में किसानों के आंदोलन से जोड़कर भी देखा जा रहा है। 

नाना फाल्गुनराव पटोले सोलहवीं लोकसभा में संसद सदस्य भी रह चुके हैं। उस दौरान वे कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए थे। 2018 में वे बीजेपी छोड़कर एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। 2019 में वे महाराष्ट्र के भंडारा जिले के सकोली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने। 1 दिसंबर 2019 को शिवसेना-एसीपी-कांग्रेस की साझा सरकार बनने पर उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया था।