बागी विधायकों पर तत्काल एक्शन लेने की जरूरत, सचिन पायलट ने गहलोत कैंप पर साधा निशाना

पीएम मोदी ने कल गहलोत की जिस तरह तारीफ की उस पर तंज कसते हुए पायलट ने यहां तक कह दिया कि मोदी ने गुलाम नबी आजाद की भी इसी तरह तारीफ की थी, बाद में क्या हुआ सब जानते हैं।

Updated: Nov 02, 2022, 10:40 AM IST

जयपुर। राजस्थान में सियासी सरगर्मियां एक बार फिर से तेज हो गई है। पीएम मोदी के दौरे के बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कल गहलोत की जिस तरह तारीफ की उस पर तंज कसते हुए पायलट ने यहां तक कह दिया कि इसी तरह प्रधानमंत्री ने सदन के अंदर गुलाम नबी आजाद की तारीफ की थी, उसके बाद क्या घटनाक्रम हुआ, वह हम सबने देखा है।

सचिन पायलट ने कहा कि कल जो हुआ वह दिलचस्प डेवलपमेंट है। उसे गंभीरता से लेने की जरूरत है। हालांकि, जब मीडिया ने पूछा की क्या गहलोत भी कांग्रेस छोड़ने वाले हैं? इसपर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, गहलोत खेमे पर हमला जारी रखा। पूर्व ने हुई घटनाओं को लेकर पायलट ने कहा कि 25 सितंबर को सीएलपी की बैठक बुलाई थी। उसमें क्या हुआ सबने देखा।

पायलट ने कहा, 'उस घटना के बाद सीएम गहलोत ने माफी भी मांगी। पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता माना है। 3 लोगों को नोटिस दिए गए, नोटिस के बाद यह जानकारी में आया है कि जवाब दिए गए हैं। हमारी पार्टी अनुशासित है, इस पार्टी में हम सबके लिए नियम-कायदे बराबर हैं। नोटिस पर भी शीघ्र निर्णय लिए जाने चाहिए। कानून और अनुशासन सब पर लागू होता है। खड़गे जी ने पदभार संभाला है, ऐसा तो हो नहीं सकता कि अनुशासनहीनता मानी गई हो और उस पर निर्णय नहीं लिया जाए। हमें लगता है शीघ्र ही एक्शन लिया जाएगा।'

वहीं पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की बयानबाजी नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए। संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने एडवाइजरी जारी कर कहा था कि बयानबाजी न करें। अभी हमारा फोकस महंगाई, हिंसा, तनाव जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का होना चाहिए। हमारा ध्येय यही है कि अगली बार हम राजस्थान में सरकार बनाएं।