पापा आपके सपने पूरे करना मेरी ज़िम्मेदारी, राहुल गांधी ने किया भावुक पोस्ट

आज यानी 21 मई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि है। दिल्ली में वीर भूमि पर उन्हें कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा श्रद्धांजलि दी जा रही है। बेटे राहुल गांधी ने भी अपने पिता को श्रद्धांजलि दी है।

Updated: May 21, 2024, 05:36 PM IST

नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और आधुनिक भारत के प्रणेता राजीव गांधी की आज 33वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर उन्हें पूरा देश याद कर रहा है। राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी, बेटे राहुल गांधी व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वीर भूमि पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

राहुल गांधी ने इस मौके पर अपने पिता को याद करते हुए भावुक ट्वीट किया है। राहुल गांधी ने लिखा, 'पापा, आपके सपने, मेरे सपने, आपकी आकांक्षाएं, मेरी ज़िम्मेदारियां। आपकी यादें, आज और हमेशा, दिल में सदा।'

राजीव गांधी को याद करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हरियाणा के यमुनानगर में एक जनसभा के दौरान कहा, 'राजीव गांधी जी ने देश में संचार, IT क्रांति और आधुनिक पंचायती राज जैसी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। पंचायती राज की वजह से देश में 30 लाख से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधी बने, जिसमें 14 लाख से ज्यादा महिलाएं थीं। राजीव गांधी जी ने मतदान की उम्र 18 साल की और युवाओं को वोटिंग का अधिकार दिया। ये सभी कांग्रेस की देन है।' 

राजीव गांधी एक दूरदर्शी नेता थे जिनकी नीतियों ने आधुनिक भारत को आकार देने में मदद की। वह एक दयालु और उदार शख्सियत थे। राजीव गांधी की हत्या को आज 33 साल पूरे हो गए। तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक आत्मघाती हमलावर ने बम धमाका कर उनकी जान ले ली थी। यह हमला तब हुआ जब राजीव गांधी वहां एक चुनावी रैली को संबोधित करने गए थे। 

21 मई 1991 को रात तकरीबन 10 बजकर 15 मिनट पर राजीव गांधी रैली स्थल पर पहुंचे। वे कार की अगली सीट पर बैठे थे और उन्होंने उतरते ही सबका अभिवादन किया। मंच की ओर बढ़ते हुए एक महिला आत्मघाती हमलावर उन्हें माला पहनानी चाही, तो सब इंस्पेक्टर अनुसुइया ने उसे रोक दिया। हालांकि, राजीव गांधी के कहने पर उसे माला पहनाने के लिए आने दिया गया। धनु ने उन्हें माला पहनाई और जैसे ही वो उनके पैर छूने के लिए नीचे झुकी, उसने अपने कमर से बंधे बम का बटन दबा दिया। एक जोरदार धमाका हुआ और फिर सबकुछ सुन्न हो गया। इस धमाके ने राजीव गांधी की जान ले ली।