Ram Vilas Paswan Passes Away: केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का 74 साल की उम्र में निधन

लोक जनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान लगभग महीने भर से अस्पताल में भर्ती थे

Updated: Oct 09, 2020, 01:44 PM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान का निधन हो गया है। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। 74 साल के पासवान लंबे समय से बीमार थे। दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। उन्हें हृदय संबंधी बीमारी थी। इससे पहले भी चिराग उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते रहे थे। 

चिराग पासवान ने ट्वीट किया, "पापा... अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं मेरे साथ हैं। मिस यू पापा।"

 

पापा....अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।
Miss you Papa... pic.twitter.com/Qc9wF6Jl6Z

— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 8, 2020

राम विलास पासवान को देश में दलित समुदाय के एक बड़े नेता के रूप में जाना गया। देश के पूर्व प्रधानमंत्री ने एक बार उनके बारे में कहा था कि वे देश के पहले दलित प्रधानमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने अलग-अलग सरकारों में अलग-अलग मंत्री पदों की जिम्मेदारी संभाली। राम विलास पासवान जेपी आंदोलन से निकले हुए नेता थे।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान के निधन पर दुख जाहिर किया है। ट्विटर पर लिखे शोक संदेश में मोदी ने कहा है,"राम विलास पासवान जी के निधन से मुझे जितना दुख हुआ है, उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। उनके निधन से देश की अपूरणीय क्षति हुई है। उनका जाना मेरा निजी नुकसान है। मैंने एक मित्र और मूल्यवान सहयोगी को खो दिया है। वे एक ऐसे व्यक्ति थे जो देश के हर गरीब व्यक्ति को सम्मान की जिंदगी देना चाहते थे।"

 

 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राम विलास पासवान को गरीबों-दलितों की बुलंद आवाज़ बताते हुए उनके निधन पर दुख जाहिर किया है। राहुल ने ट्विटर पर लिखा है "रामविलास पासवान जी के असमय निधन का समाचार दुखद है। ग़रीब-दलित वर्ग ने आज अपनी एक बुलंद राजनैतिक आवाज़ खो दी। उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएँ।"

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने राम विलास पासवान के निधन पर भावुकता से भरा शोक संदेश ट्वीट किया है। उनके ट्विटर हैंडल पर जारी संदेश में कहा गया है, "रामबिलास भाई के असामयिक निधन का दुःखद समाचार सुन अति मर्माहत हूँ। विगत 45 वर्षों का अटूट रिश्ता और उनके संग लड़ी तमाम सामाजिक, राजनीतिक लड़ाइयाँ आँखों में तैर रही है। रामबिलास भाई, आप जल्दी चले गए। इससे ज़्यादा कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूँ। ॐ शांति ॐ"