शहादत के बाद भेदभाव क्यों, नासिक में अग्निवीरों के बलिदान पर राहुल गांधी ने केंद्र से पूछा सवाल
नासिक में लाइव-फायर आर्टिलरी अभ्यास के दौरान हुए विस्फोट में दो अग्निवीरों की जान चली गई। इसे लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से मुआवजा को लेकर सवाल किया।
महाराष्ट्र के नासिक स्थित मिलिट्री कैंप के आर्टिलरी सेंटर में फायरिंग अभ्यास के दौरान दो अग्निवीरों की जान चली गई। फील्ड गन से निकले गोले के विस्फोट से इन अग्निवीरों की मौत हुई। अब इस मुद्दे पर सियासी पारा चढ़ने लगा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निवीरों की शहादत को लेकर केंद्र पर भेदभाव का आरोप लगता है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'नासिक में ट्रेनिंग के दौरान दो अग्निवीर - गोहिल विश्वराजसिंह और सैफत शित - का निधन एक दर्दनाक घटना है। उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। यह घटना एक बार फिर अग्निवीर योजना पर गंभीर सवाल उठाती है, जिनका जवाब देने में BJP सरकार असफल रही है। क्या गोहिल और सैफत के परिवारों को समय पर मुआवजा मिलेगा, जो किसी अन्य जवान की शहादत के बराबर हो?'
राहुल गांधी ने आगे लिखा, 'अग्निवीरों के परिवारों को पेंशन और अन्य सरकारी सुविधाओं का लाभ क्यों नहीं मिलेगा? जब दोनों ही सैनिकों की ज़िम्मेदारियां और बलिदान समान हैं, तो उनके शहादत के बाद यह भेदभाव क्यों? अग्निपथ योजना सेना के साथ अन्याय है और हमारे वीर जवानों की शहादत का अपमान है।प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को जवाब देना चाहिए कि क्यों एक सैनिक की ज़िंदगी दूसरे सैनिक से अधिक मूल्यवान है? आइए मिलकर इस अन्याय के खिलाफ खड़े हों। BJP सरकार की ‘अग्निवीर’ योजना को हटाने के लिए, देश के युवाओं और सेना के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हमारे 'जय जवान' आंदोलन से आज ही जुड़ें।