CG: दुर्ग में यूट्यूब से सीख पति-पत्नी छाप रहे थे नकली नोट, पुलिस ने दबोचा
दुर्ग में रायपुर के पति-पत्नी नकली नोट चलाते पकड़े गए। कर्ज बढ़ने पर यूट्यूब से तरीका सीखकर 500, 200 और 100 के नकली नोट छापे और छोटे व्यापारियों को निशाना बनाया।
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के रानीतराई थाना क्षेत्र में नकली नोट खपाने का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने रायपुर के रहने वाले पति-पत्नी को साप्ताहिक बाजार से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से कुल 1 लाख 70 हजार 500 रुपए के नकली नोट, कलर फोटो कॉपी प्रिंटर और कागज जब्त किए गए हैं। कर्ज बढ़ने के बाद दोनों ने यूट्यूब से नकली नोट छापने का तरीका सीखा और छोटे व्यापारियों को निशाना बनाकर साप्ताहिक बाजारों में नकली नोट चलाने लगे।
पुलिस के अनुसार, आरोपी अरुण कुमार तुरंग (50) और उसकी पत्नी राखी तुरंग (40) लंबे समय से इस काम में लगे थे। वे 500, 200 और 100 रुपए के नकली नोट छापकर सब्जी मंडी, ठेले और छोटे दुकानदारों से खरीदारी करते थे ताकि जल्दी किसी को शक न हो। नोट पुराने और चलन में लगे इसके लिए वे उन पर मिट्टी तक लगा देते थे।
मामले का खुलासा बीते 29 दिसंबर को रानीतराई साप्ताहिक बाजार में हुआ। धमतरी जिले के ग्राम सिलपट निवासी सब्जी विक्रेता तुलेश्वर सोनकर ने पुलिस को शिकायत दी कि शाम करीब 5.30 बजे एक पुरुष और महिला ने उससे 60 रुपए के मटर और मिर्च खरीदी और बदले में 500 का नोट दिया। उसने छुट्टे पैसे लौटा दिए और नोट गल्ले में रख लिया। कुछ देर बाद बाजार में नकली नोट चलने की चर्चा हुई। जब उसने अपने गल्ले की जांच की तो नोट देखने और छूने में ही संदिग्ध लगा। नोट का नंबर 9EP143736 भी शक के दायरे में आया।
इसी दौरान अन्य व्यापारियों ने भी अपने पास मौजूद नोटों की जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि रानीतराई बाजार के कई व्यापारी भावेश देवागंन (कौही), आदो राम (बेलवाकुदा), दीपक साहू, संतोष देवागंन (असोगा), शीतल यादव (डिधारी), चंद्रिका बाई (खपरी), रोहित सोनकर (सब्जी मंडी) और भूपेन्द्र पटेल (खपरी) को भी इन्हीं आरोपियों ने नकली नोट थमाए थे। बाद में यह भी पता चला कि दंपती ने पाटन साप्ताहिक बाजार में भी कई व्यापारियों को इसी तरह ठगा था।
शिकायत मिलते ही पुलिस टीम बाजार पहुंची और संदिग्धों पर नजर रखी। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से रानीतराई बाजार में चलाने के लिए रखे गए 5200 रुपए के नकली नोट मिले। पूछताछ में दोनों ने नकली नोट छापने और चलाने की बात स्वीकार कर ली।
दुर्ग के एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों ने ऑनलाइन माध्यम से कलर फोटो कॉपी मशीन मंगवाई थी। इसी मशीन से वे 500 रुपए के असली नोट की फोटो कॉपी कर नकली नोट छापते थे फिर उन्हें काटकर बाजार में खपाते थे। शक से बचने के लिए नोटों पर मिट्टी लगाई जाती थी ताकि वे पुराने और असली जैसे दिखें।
पुलिस ने इसके बाद आरोपियों के रायपुर जिले के सोनपैरी, मुजगहन स्थित घर की तलाशी ली। वहां से कलर फोटो कॉपी मशीन, कागज और 1 लाख 65 हजार 300 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए। बाजार से जब्त 5200 रुपए जोड़कर कुल 1 लाख 70 हजार 500 रुपए के नकली नोट पुलिस ने कब्जे में लिए हैं।




