फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश, भारत इस लिस्ट में टॉप 100 से भी बाहर

खुशमिजाज देशों की लिस्ट में भारत को मिला 126वां स्थान, संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी टॉप 20 सबसे खुशहाल देशों से बाहर हैं।

Updated: Mar 20, 2024, 02:24 PM IST

हर साल 20 मार्च को वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस डे मनाया जाता है। इस मौके पर बुधवार को वर्ल्‍ड हैप्‍पीनेस रिपोर्ट जारी हुई। इसमें एक बार फिर से फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशमिजाज देश बताया है। बता दें कि फिनलैंड पिछले सात सालों से खुशहाली के मामले में नम्‍बर 1 पर है। जबकि इस लिस्‍ट में भारत को 126वां स्‍थान मिला है। क्‍योंकि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में भारत के लोग खुश रहना भूल गए हैं।

नॉर्डिक देशों ने 10 सबसे खुशहाल देशों में अपना स्थान बनाए रखा। इसमें डेनमार्क, आइसलैंड और स्वीडन भी शामिल हैं। 2020 में तालिबान के नियंत्रण में आने के बाद से मानवीय तबाही से त्रस्त अफगानिस्तान, सर्वे में शामिल 143 देशों में सबसे नीचे रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे खुशहाल देशों में अब दुनिया का कोई भी सबसे बड़ा देश शामिल नहीं है। टॉप 10 देशों में केवल नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या 15 मिलियन से अधिक है।वहीं, टॉप 20 देशों में, केवल कनाडा और यूके की जनसंख्या 30 मिलियन से अधिक है।

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एक दशक से अधिक समय पहले से प्रकाशित हो रही इस वार्षिक रिपोर्ट में यह पहली बार है कि संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी 20 सबसे खुशहाल देशों में नहीं हैं। नए सर्वे में अमेरिका 23वें और जर्मनी 24वें स्थान पर आया है। बदले में, कोस्टा रिका और कुवैत ने 12 और 13वें स्थान पर टॉप 20 में प्रवेश किया। 2006-10 के बाद से खुशहली में सबसे तेज गिरावट अफगानिस्तान, लेबनान और जॉर्डन में देखी गई।

फिनलैंड में हेलसिंकी विश्वविद्यालय की शोधकर्ता जेनिफर डी पाओला मीडिया से कहती हैं कि फिन्स का प्रकृति से घनिष्ठ संबंध और स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन उनके जीवन की संतुष्टि में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उदाहरण के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में, फिन्स के पास "एक सफल जीवन क्या है" इसकी अधिक समझ है। फिन्स का मजबूत कल्याणकारी समाज, राज्य के अधिकारियों पर भरोसा, भ्रष्टाचार का निम्न स्तर और मुफ्त स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा भी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं।