अल्पवृष्टि के बाद अब अतिवृष्टि ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें, सोयाबीन और उड़द की फसलें बर्बाद

मध्य प्रदेश में अगस्त महीने में बारिश नहीं हुई जिस कारण किसानों की फसलें सूख रहीं थीं। सितंबर की शुरुआत में हुई बारिश ने किसानों को राहत दी थी लेकिन अब यह बारिश मुसीबत बन गयी है।

Publish: Sep 17, 2023, 02:20 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश में पहले अल्पवृष्टि के कारण फसलों को नुकसान हुआ था। अब अतिवृष्टि के कारण फसलें सड़ने लगी हैं। इंदौर संभाग के कई गांवों में पहले सूखे की मार पड़ी अब तेज बारिश के कारण इलाके में सोयाबीन और उड़द की फसलों को नुकसान हो रहा है। हालांकि धान के किसानों के लिए यह बारिश अच्छी है। जबकि कम दिनों में पकने वाली फसलें खेतों में सड़ने लगी हैं।

सोयाबीन और उड़द की फसल पक चुकी हैं। कुछ ही दिनों में इन फसलों कटाई शुरू होनी है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण फसलों को अब नुकसान होने लगा है। पौधे खेत में ही गलने लगे हैं। हालांकि, इसमें कम दिनों में पकने वाली सोयाबीन की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है। अभी लगातार हो रही बारिश से खेतों में पानी भरा हुआ है।

बीते दो दिन शुक्रवार से शनिवार को इंदौर संभाग में 11 इंच बारिश हुई। इंदौर के आसपास के सभी क्षेत्र पानी में डूब गए हैं। देपालपुर, सांवेर, महू, हातोद में भी भारी बारिश के कारण खेतों में पानी भरने से सोयाबीन की फसल चौपट हो गयी है। जिससे किसान परेशान हैं। किसानों ने सरकार से सर्वे करने की मांग की है और सर्वे के आधार पर उचित मुआवजा देने की बात कही है। 

इंदौर एग्रीकल्चर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर एसएस राजपूत का कहना है कि भारी बारिश से 80 से 100 दिनों की वैरायटी वाली सोयाबीन को नुकसान हो रहा है। क्योंकि वो फसल लगभग तैयार हो चुकी थी। जो सोयाबीन 100 से 120 दिनों में पकने वाली थी उसे अधिक नुकसान की संभावना कम है। कृषि विभाग जल्द ही किसानों से बात करके सही स्थिति पता करेगा और नुकसान के आंकड़े जारी करेगा।