हमारे संविधान में भारत और इंडिया एक ही है, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर बोला हमला

दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी का रास्ता धार्मिकता का रास्ता है। प्रेम सद्भाव सत्य अहिंसा का रास्ता है। नाथूराम गोडसे, मोहम्मद अली जिन्ना और आज के ओवैसी ये लोग धर्मान्धता का रास्ता अपनाते हैं।

Updated: Sep 09, 2023, 12:18 PM IST

भोपाल। भारत और इंडिया नाम को लेकर घमासान के बीच कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे संविधान में भारत और इंडिया एक ही है। सिंह ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब जी 20 से संबंधित डिनर के निमंत्रण पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेसीडेंट ऑफ भारत के तौर पर संबोधित किए जाने को लेकर राजनीतिक बहस का दौर जारी है।

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को भोपाल के जहाँनुमा पैलेस में आयोजित ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने देश की मौजूदा परिस्थितियों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि, 'महात्मा गांधी का रास्ता धार्मिकता का रास्ता है। प्रेम सद्भाव सत्य अहिंसा का रास्ता है। नाथूराम गोडसे, मोहम्मद अली जिन्ना और आज के ओवैसी ये लोग धर्मान्धता का रास्ता अपनाते हैं। आज महंगाई बढ़ती जा रही है। बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। कुछ सालों में हमने सरकार के रवैया को देखा है। जो कि चिंताजनक है। मैं चाहता हूं आप लोग हर समूह में जाकर चर्चा करें।'

पूर्व सीएम ने धर्म को लेकर कहा, 'सनातन धर्म या हिंदू धर्म यह सबसे पुराना धर्म है। आज हमें यह बात समझना चाहिए कि धर्म को अपनाकर हमें क्या सीख मिलती है? हर धर्म इंसानियत का संदेश देता है। जहां तक धर्म का उपयोग राजनीति में करने की बात है तो मैं उसके पक्ष में नहीं हूं। न ही हमारी पार्टी उसके पक्ष में है। क्योंकि भारतीय संविधान ने हमको अधिकार दिया है कि हम हमारे आस्था के धर्म का पालन करें। और उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। अभी के हालात आप भी देख रहे हैं। हमारे नव युवकों को बेरोजगारों को इसी काम में लगाया गया है। आज कांवड़ यात्रा होती है। चुनरी यात्रा होती है। लेकिन इन यात्राओं में भाजपा के जो बड़े नेता हैं उनके बच्चे नहीं जाते हैं। न ही इनके बच्चे सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने जाते हैं। इनके बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में या फिर विदेश में पढ़ने जाते हैं।'

देश में हो रहे G-20 समिट को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि, 'यह मनमोहन सिंह जी के कार्यकाल में भी हुआ था। लेकिन उन्होंने इवेंट पर ध्यान न देकर बिंदुओं पर ध्यान दिया। आडवाणी जी ने कहा था कि मोदी सबसे अच्छा इवेंट करते हैं। कोई भी कार्यक्रम को इवेंट बना देते हैं। पीएम मोदी G-20 की बात करते हैं, वन नेशन वन इलेक्शन की बात करते हैं। लेकिन महंगाई की बात नहीं करते हैं। इन सभी बातों को हमें समझने की जरूरत है। RSS के लोग आपके घर पर चाय पीने आते हैं और आपके दिमाग में जहर डाल कर चले जाते हैं। अलग-अलग तरीके से अलग-अलग लोगों को भड़काया जाता है। हम लोग गांधी की सोच पर चलने वाले लोग हैं।'

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, 'चुनाव के माध्यम से हर व्यक्ति को अपनी जिंदगी जीने का अधिकार है। लेकिन खरीदी प्रारूप और चुनी हुई सरकारों को गिराने की प्रक्रिया बीजेपी ने शुरू कर दी है। चुनी हुई सरकार यहां पर आई तो बोली लग गई और सरकार गिर गई। ये कोई अकेले मध्य प्रदेश में नहीं हुआ। कर्नाटक, असम, महाराष्ट्र, सभी जगह हुआ। लोकतंत्र जो कि जनता के हाथ में सरकार चुनने का अधिकार था। वह छीनकर उनके पास जा रहा है जिनके पास पैसा है।'