सोयाबीन का रेट 6000 करने की मांग, तराना में कांग्रेस ने निकाली ट्रैक्टर रैली
सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने उज्जैन जिले में किसान न्याय यात्रा निकाली। यात्रा में 25 किमी की ट्रैक्टर रैली निकाली गई।
उज्जैन। मध्य प्रदेश में सोयाबीन के दाम 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल किए जाने की मांग को लेकर किसान आंदोलित हैं। सोयाबीन किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदेशभर में सम्मेलन कर रहे हैं। आंदोलन के बावजूद राज्य सरकार किसानों की मांग को लेकर गंभीर नहीं है। सरकार ने पहले से तय एमएसपी यानी 4892 रुपए क्विंटल खरीदी का ही निर्णय लिया है। किसानों के समर्थन में कांग्रेस भी खुलकर सामने आ गई है। कांग्रेस राज्यभर में ट्रैक्टर रैली निकाल रही है।
कांग्रेस ने सोयाबीन के समर्थन मूल्य को 6000 रुपए करने की मांग को लेकर उज्जैन जिले में किसान न्याय यात्रा निकालकर किसानों की आवाज उठाई। इस दौरान उज्जैन जिले के माकड़ोन से तराना तक 25 किलोमीटर लंबी ट्रैक्टर रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। रैली का उद्देश्य मध्य प्रदेश सरकार पर सोयाबीन के दामों में वृद्धि का दबाव बनाना है। कांग्रेस नेताओं ने इस मौके पर बीजेपी सरकार पर किसानों से अत्याचार करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस की रैली की शुरुआत माकड़ोन कृषि उपज मंडी से शुरू हुई और इसका समापन तराना कृषि मंडी पर हुआ। इस मौके पर विधायक महेश परमार, दिनेश जैन बोस और पूर्व विधायक दिलीप गुर्जर शामिल हुए। सभी ने किसानों से सरकार द्वारा किए जा रहे भेदभाव का मुद्दा उठाया। तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में हर वस्तु के दाम बढ़ गए हैं, लेकिन सोयाबीन की कीमत में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं की गई है।
विधायक महेश परमार ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने 4800 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य तय किया है, जो किसानों के लिए पर्याप्त नहीं है। कांग्रेस की मांग है कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6000 रुपए किया जाए, ताकि किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिल सके। रैली के समापन पर तराना में किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमें सोयाबीन के दाम बढ़ाने की मांग की गई है। कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि सरकार अगर जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा।