नए साल में कूनो नेशनल पार्क से खुशखबरी, मादा चीता आशा ने तीन शावकों को दिया जन्म

कुनो नेशनल पार्क में मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है। तीनों शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। डीएफओ थिरुकुराल आर ने इसकी पुष्टि की है।

Updated: Jan 03, 2024, 06:28 PM IST

श्योपुर। नए साल की शुरुआत में श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क से एक खुशखबरी सामने आई है। यहां नामीबिया से आई मादा चीता आशा ने तीन चीता शावकों को जन्म दिया है। अक्तूबर में आशा के प्रेग्नेंट होने की खबर सामने आई थी। अब उसने नए साल में शावकों को जन्म दिया है। कूनो से नन्हें शावकों की तस्वीरें भी सामने आ गई हैं।

वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की टीम ने भी बाड़े में जाकर इसकी पुष्टि की है। तीनों शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं। डीएफओ थिरुकुराल आर ने इसकी पुष्टि की है। नेशनल पार्क का मैदानी अमला और डॉक्टरों की टीम शावकों पर नजर बनाए हुए हैं। कूनो में अब 4 शावक समेत कुल 18 चीते हो गए हैं।

केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी ट्वीट कर शावकों के जन्म की जानकारी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'जंगल में शावकों की आवाज गूंजी। यह जानकारी साझा कर खुशी हो रही है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान तीन नए सदस्यों का स्वागत कर रहा है। शावकों को नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने जन्म दिया है। परियोजना से जुड़े सभी विशेषज्ञों, कूनों राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों और पूरे देश के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से शुभकामनाएं।

वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने भी इस पर खुशी जताई है। उन्होंने इसके फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। बता दें कि इसके पहले मार्च 2023 में मादा चीता सियाया ने चार बच्चों को जन्म दिया था। लेकिन एक ही शावक जिंदा बच पाया। कूनो प्रबंधन ने शावकों की मौत की वजह भीषण गर्मी को बताया था। जिस समय उन शावकों की मौत हुई उस समय तापमान 47 डिग्री के आसपास था। बहरहाल, अब वन अमले के समक्ष इन नन्हें शावकों को जीवित रखने की चुनौती है।