MP में जालसाजों के निशाने पर IAS-IPS, 2 दिन में 6 कलेक्टर हुए फ्रॉड के शिकार
बीते दो दिन में साइबर ठगों ने प्रदेश के 6 कलेक्टरों के नाम पर ठगी करने की कोशिश की है। ये कलेक्टर जबलपुर, धार, सिवनी, उमरिया, शहडोल और शिवपुरी के हैं।
भोपाल। मध्य प्रदेश में साइबर ठगी के मामले नहीं थम रहे हैं। आम आदमी से लेकर अधिकारी और नेता तक ठगी के शिकार हो जा रहे हैं। इन दिनों साइबर जालसाजों के निशाने पर प्रदेश के नेता और IAS-IPS रैंक के अफसर हैं। बीते दिनों कैबिनेट मंत्री राकेश सिंह के बाद अब तक प्रदेश के करीब आधा दर्जन कलेक्टर इन साइबर ठगों के निशाने पर आए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक दो दिन में 6 कलेक्टर फ्रॉड के शिकार हुए हैं। ये साइबर ठग फेक व्हाट्सएप अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी को अंजाम दे रहे हैं। ये जालसाज लोगों को व्हाट्सएप मैसेज कर पैसों की मांग कर रहा है। इसके साथ ही ये काम कराने की बात भी कह रहे हैं। साइबर ठग कलेक्टर की फोटो लगातार इस जालसाजी को अंजाम दे रहे हैं।
जालसाजों के निशाने पर आने वालों में जबलपुर, धार, सिवनी, उमरिया, शहडोल और शिवपुरी के कलेक्टर शामिल हैं। जबलपुर कलेक्टर के नाम पर तो 25 हजार रुपए की ठगी हो भी गई। सभी मामलों की साइबर सेल जांच कर रही है। किसी भी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कलेक्टर ने भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
बताया जा रहा है कि 7 अगस्त को जालसाजों ने कलेक्टर दीपक सक्सेना के नाम से उनके रिश्तेदार से 25 हजार की ठगी की है। ठग ने साइबर फ्रॉड करते हुए वाट्सएप पर कलेक्टर दीपक की फोटो लगाई। फिर कई रिश्तेदारों को मैसेज किया। झांसे में आकर एक रिश्तेदार ने 25 हजार ट्रांसफर भी कर दिए गए। दीपक सक्सेना को ठगी का पता चला तो हैरान हो गए।
7 अगस्त को शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र चौधरी के नाम से बने फेक वाट्सएप अकाउंट से भोपाल में पदस्थ एवं तत्कालीन शिवपुरी एडीएम विवेक रघुवंशी के पास मैसेज पहुंचा। 7 अगस्त को ही धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के नाम से वाट्सएप पर अकाउंट बनाने का मामला सामने आया है। जिसमें अज्ञात व्यक्ति ने कलेक्टर की फोटो लगाकर कुछ मैसेज भी किए हैं।