ढाई महीने बाद सिंधिया को आई ग्वालियर की याद, चार दिवसीय दौरे पर बुधवार को MP पहुंचेंगे सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक बार भी ग्वालियर चंबल की तरफ मुड़कर नहीं देखा, ढाई महीने के बाद बीजेपी नेता अब ग्वालियर चंबल के दौरे के लिए मध्यप्रदेश आ रहे हैं

Updated: Jun 08, 2021, 10:08 AM IST

Photo Courtesy: Indian Express
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भोपाल। कोरोना के संकट काल में अपने क्षेत्र की जनता से मुंह फेरने वाले राज्यसभा सासंद ज्योतिरादित्य सिंधिया को आखिरकार अपने क्षेत्र की याद आ गई है। करीबन ढाई महीने के बाद बीजेपी नेता को अपने क्षेत्र ग्वालियर की याद आई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को मध्यप्रदेश पहुंच रहे हैं। इसके बाद गुरुवार से लेकर शनिवार तक के तीन दिवसीय दौरे पर वे ग्वालियर चंबल में रहेंगे। 

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बुधवार दोपहर को ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली से भोपाल में लैंड करेंगे। बुधवार को ही राजधानी में कुछ स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। बुधवार की रात को भोपाल में ही ठहरने के बाद अगली सुबह 'चार्टर प्लेन' से वे ग्वालियर के लिए निकल जाएंगे। शनिवार को बीजेपी नेता ग्वालियर से सड़क मार्ग के ज़रिए दिल्ली के लिए रवाना होंगे। 

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सिंधिया के इस दौरे से कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। मौजूदा वक्त में प्रदेश में संभावित परिवर्तन की आहट, बीजेपी में बढ़ती गुटबाजी और सिंधिया को केंद्रीय मंत्री पद मिलने की खबरों के बीच सिंधिया के इस दौरे के कई मायने निकाले जा रहे हैं। टीकमगढ़ से बीजेपी के विधायक राकेश गिरि भी हाल ही में सिंधिया के ऊपर चंदा वसूली करने का आरोप लगा चुके हैं। लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा इसी बात की है कि आखिर कोरोना के संकट काल में क्षेत्र की जनता का हाल चाल तक पूछने की जहमत न उठा पाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को ढाई महीने बाद अपने क्षेत्र की याद क्यों आई? 

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इस दौरे से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया का होली से पहले ग्वालियर चंबल के क्षेत्र में दौरा हुआ था। लेकिन उसके कुछ ही दिनों बाद जब ग्वालियर सहित पूरा प्रदेश कोरोना के संकट से जूझने लगा तब ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरी तरह से नदारद दिखे। यहां तक कि सिंधिया की गुमशुदगी की तस्वीरें तक को ग्वालियर में चस्पा किया गया। अपने क्षेत्र की जनता के प्रति इस उदासीन रवैये को लेकर एक बार फिर सिंधिया अपने विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं।