सरकारी खर्च पर राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए लिया जा रहा कर्ज, मोहन यादव सरकार पर बरसे कमलनाथ

अपने करीब 2 महीने के कार्यकाल में ही नई सरकार ने 17500 करोड रुपए का कर्ज ले लिया है। पिछली सरकार पहले ही प्रदेश के ऊपर 3.50 लाख करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज छोड़ गई थी: कमलनाथ

Updated: Feb 26, 2024, 11:56 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश पर कर्ज का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। पूर्ववर्ती शिवराज सरकार द्वारा लिए गए कर्ज और उसका ब्याज मौजूदा मोहन यादव सरकार के लिए सिरदर्द बन चुकी हैं। वहीं, अब अपने कार्यक्रमों के लिए मोहन यादव सरकार ने भी वही तरीका अपनाते हुए ताबड़तोड़ कर्ज लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश पर बढ़ते कर्ज को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता व्यक्त की है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'मध्य प्रदेश की डॉ मोहन यादव सरकार प्रदेश को कर्ज के दलदल में शिवराज सरकार से भी तेजी से ले जा रही है। मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 फरवरी को सरकार 5000 करोड रुपए का कर्ज ले रही है। इस तरह अपने करीब 2 महीने के कार्यकाल में ही नई सरकार ने 17500 करोड रुपए का कर्ज ले लिया है। पिछली सरकार पहले ही प्रदेश के ऊपर 3.50 लाख करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज छोड़ गई थी।'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'हकीकत यह है कि मध्य प्रदेश सरकार अपने राजस्व का एक बड़ा हिस्सा तो सिर्फ कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च कर रही है। जो पैसा सिर्फ ब्याज चुकाने में खर्च होता है वह प्रदेश की तरक्की में इस्तेमाल हो सकता है। सच्चाई यह है कि सरकार प्रदेश के कल्याण और विकास के लिए यह कर्ज नहीं ले रही है बल्कि अपने झूठे प्रचार और सरकारी खर्च पर राजनीतिक कार्यक्रम करने के लिए यह पैसा बर्बाद कर रही है। यह मध्य प्रदेश की जनता से धोखा है।'