MP: प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को बांस पर लटका 5 KM ले गए परिजन, अस्पताल पहुंचने से पहले हुई डिलीवरी

बड़वानी में सड़क नहीं होने की वजह से प्रसव पीड़ा से तड़प रही प्रसूता को ग्रामीण बांस पर चादर के सहारे लटका 5 किमी ले गए, महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया।

Updated: Sep 25, 2023, 06:45 PM IST

बड़वानी। मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले से एक बार फिर रूह को झकझोरने वाली घटना सामने आई है। यहां सड़क नहीं होने के कारण प्रसव पीड़ा से तड़पती एक आदिवासी महिला को बांस पर लटकाकर पांच किमी तक ले जाना पड़ा। घंटों असहनीय पीड़ा सहकर प्रसूता एंबुलेंस तक पहुंची लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया। बड़वानी से सामने आई यह तस्वीर प्रदेश के वर्तमान और भविष्य दोनों को संकट में होने के संकेत दे रही है।

मामला जिले के पानसेमल विकासखंड के ग्राम खाम घाट का है। गांव में सड़क नहीं होने से बीमार लोगों को ऐसे ही ले जाना पड़ता है। गांव में रहने वाली आदिवासी महिला रिंगाबाई को शनिवार को प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद परिजनों ने एंबुलेंस को फोन लगाया लेकिन रास्ता खराब होने और नाले में पानी आने के कारण एंबुलेंस प्रसूता के घर नहीं पहुंच पाई।

इधर रिंगाबाई की पीड़ा बढ़ती जा रही थी। मामला बिगड़ता देख परिजनों ने प्रसूता को बांस के सहारे एक चादर में बांध दिया और पैदल ही लेकर अस्पताल की ओर निकल पड़े। एक घंटे तक रिंगाबाई प्रसव पीड़ा से कराहती रही और परिजन उसी तरह कांधे पर रखकर आगे बढ़ते रहे। करीब 5KM पैदल चलने के बाद वे एंबुलेंस तक पहुंच सके। प्रसूता ने अस्पताल पहुंचे से पहले एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया।

प्रसव के के उपरांत रिंगाबाई को पानसेमल के अस्पताल पहुंचाया गया। शनिवार को उसे वहीं रखा गया, उसकी हालत खराब होने पर रविवार को डॉक्टर ने उसे बड़वानी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पानसेमल के डॉक्टर अमृत बमनके के अनुसार महिला को जब यहां लगाया गया था उसकी हालत खराब थी, उसे एक दिन ऑब्जर्वेशन में रखा गया, लेकिन महिला के एनिमिक होने की वजह से उसे बड़वानी जिला अस्पताल रेफर किया गया है। बहरहाल जच्चा और बच्चा दोनों अभी बड़वानी जिला अस्पताल में भर्ती है।