देश के आर्थिक विकास का कोई खाका पेश नहीं किया, यह बजट नहीं है, सिर्फ एक झुनझुना है: कमलनाथ

बजट को लेकर कमलनाथ ने कहा कि हमें आशा थी कि चुनाव से पूर्व के इस बजट में वित्त मंत्री बताएंगी कि प्रधानमंत्री ने जो हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था उस हिसाब से 20 करोड़ रोजगार देने का टारगेट कहीं पहुंचा भी या नहीं?

Updated: Feb 01, 2024, 04:23 PM IST

भोपाल। संसद में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम चुनाव के पहले मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया। इस बजट में आमलोगों के लिए कोई विशेष ऐलान नहीं किया गया। इतना ही नहीं टैक्स स्लैब में बदलाव की उम्मीद कर रहे टैक्सपेयर्स की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस बजट की तुलना झुनझुना से की है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर। पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर। मोदी सरकार के आज पेश किए गए अंतरिम बजट की स्थिति कुछ ऐसी ही है। हमें आशा थी कि चुनाव से पूर्व के इस बजट में वित्त मंत्री बताएंगी कि प्रधानमंत्री ने जो हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था उस हिसाब से 20 करोड़ रोजगार देने का टारगेट कहीं पहुंचा भी या नहीं?'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'मध्यमवर्ग को आशा थी कि सरकार इनकम टैक्स स्लैब में कोई छूट देगी लेकिन एक बार फिर से अपना जन विरोधी चेहरा सामने लाते हुए मोदी सरकार ने आयकर में कोई छूट नहीं दी।मोदी सरकार ने वादा किया था कि 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी कर दी जाएगी लेकिन आज 2024 के बजट में भी किसानों के पक्ष में एक ढंग की बात भी सरकार नहीं बोल सकी।'

पीसीसी चीफ ने लिखा, 'बजट में युवाओं, महिलाओं, बेरोजगारों, किसानों और जवानों के लिए कुछ भी नहीं है। सरकार ने देश के आर्थिक विकास का कोई खाका पेश नहीं किया है और जो बातें कही हैं, वह 15 और 20 साल दूर की बातें हैं। यह बजट नहीं है, सिर्फ एक झुनझुना है।'