छिंदवाड़ा में गलत इंजेक्शन लगने से मरीज की हुई मौत, डॉक्टर ने बरगी डैम में फेंका शव

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आ रही है। यहां एक मरीज की गलत इंजेक्शन लगाने के कारण मौत हो गई, तो अस्पताल के लोगों ने डरकर इस मरीज की लाश को नहर में जाकर फेंक दिया।

Updated: Dec 08, 2023, 05:15 PM IST

छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां अमरवाड़ा में गलत इंजेक्शन के कारण एक बुजुर्ग की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद डॉक्टर ने उसका शव रातों-रात ठिकाने लगा दिया। डॉक्टर, उसका भाई और स्टाफ शव को क्लीनिक से कार में डालकर ले गए। 250 किलोमीटर दूर जाकर बरगी बांध की नहर में शव फेंक आए।

घटना अमरवाड़ा में 2-3 दिसंबर की दरमियानी रात की है। बुजुर्ग मरीज का शव 4 दिसंबर को जबलपुर में गोकलपुर नहर में मिला था। परिजन की शिकायत पर पुलिस ने जांच की, तब डॉक्टर की करतूत सामने आई। पुलिस ने गुरुवार देर शाम मामले का खुलासा किया। पुलिस ने डॉक्टर, उसके भाई और स्टाफ को गिरफ्तार कर लिया है। 

अमरवाड़ा थाना प्रभारी राजेंद्र धुर्वे ने बताया कि आरोपी दीपक श्रीवास्तव BAMS (आयुर्वेदिक) डॉक्टर है। शुरुआती जानकारी में सामने आया है कि वह एलोपैथिक इलाज दे रहा था। लहगडुआ के रहने वाले पुसु राठौर (60) को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वे 2 दिसंबर की दोपहर अमरवाड़ा के वार्ड 6 में डॉ. दीपक श्रीवास्तव के क्लीनिक गए थे। यहां डॉक्टर ने उन्हें सेलाइन और इंजेक्शन लगाया। 

बताया जा रहा है कि इंजेक्शन लगते ही पुसु राठौर घबराने लगे। डॉक्टर ने उन्हें क्लीनिक के पीछे वाले कमरे में ले जाकर ड्रेसिंग टेबल पर लिटा दिया। इसके कुछ देर बाद बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। पुसु राठौर घर से बताकर निकले थे कि वे क्लीनिक जा रहे हैं। वापस नहीं लौटे तो परिजन ने क्लीनिक जाकर देखा। फिर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस 3 दिसंबर को मतगणना में व्यस्त रही। इधर, परिवार लगातार पुसु की तलाश करता रहा। 4 दिसंबर को सूचना मिली कि नहर में शव मिला है।

पूछताछ में डॉक्टर और स्टाफ ने बुजुर्ग को गलत इंजेक्शन लगाने के बाद शव नहर में फेंकना कबूल कर लिया।