चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं, सीएम शिवराज का बुधनी के लोगों से सवाल, कमलनाथ बोले- विदाई भाषण पढ़ रहे

ये भाजपाई राजनीति का अजब दौर है, जब ख़ुद ही वो अपना विदाई समारोह आयोजित कर रहे हैं, ख़ुद ही विदाई भाषण पढ़ रहे हैं लेकिन एक विशेष विरोधाभास ये है कि विदाई की इस बेला में जनता की आँख में आँसू नहीं है: कमलनाथ

Updated: Oct 04, 2023, 01:58 PM IST

भोपाल। चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं मुख्यमंत्री शिवराज चौहान कुछ ज्यादा ही भावुक होते जा रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने लोगों से कहा कि मैं चला जाऊंगा तो बहुत याद आऊंगा। अब उन्होंने मंच से पूछा कि मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं। सीएम के इस बयान पर कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा कि वे खुद से अपना विदाई भाषण पढ़ रहे हैं।

दरअसल, भोपाल आए पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में सीएम शिवराज और मप्र सरकार की योजनाओं का जिक्र नहीं किया। भाजपा ने चुनाव प्रचार में सीएम की तस्वीर लगाना भी छोड़ दिया है। इन परिस्थितियों में कांग्रेस ने सीएम शिवराज को साइडलाइन करने जैसे तंज कसे। कांग्रेस के हमलों के बीच अब सीएम शिवराज स्वयं भी अपने बयानों से रोज नई आशंकाओं को जन्म दे रहे हैं।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को अपने गृह जिले सीहोर के पातालेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए भूमिपूजन करने पहुंचे। यहां जनसभा में वे भावुक हो गए। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से पहले तो पूछा कि चुनाव लडूं कि नहीं लड़ूं। यहां से चुनाव लडूं या ना लड़ूं। भाषण के बीच में किसी ने कुछ बोला तो सीएम चौहान ने कहा कि बोलने दो भावों का प्रकटीकरण होने दो। मुझे ही समझ नहीं आ रहा मैं क्या बोलूं।

सीएम ने इस दौरान महिलाओं से कहा, 'कल फिर तुम्हारे खाते में पैसे डाल रहा हूं। वैसे तो 10 तारीख को डलते हैं, लेकिन आचार संहिता लग जाएगी तो डल ही नहीं पाएंगे, इसलिए एडवांस में ही डाल दो। चुनाव के बीच में एक और 10 तारीख आएगी, तो चुपचाप डाल दूंगा।'

CM शिवराज के बयान पर पूर्व CM कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, 'मप्र के मुख्यमंत्री जी की विडंबना तो देखिए कि अब वो मंचों से अपने जाने की बात ख़ुद ही करने लगे हैं। ये भाजपाई राजनीति का अजब दौर है, जब ख़ुद ही वो अपना विदाई समारोह आयोजित कर रहे हैं, ख़ुद ही विदाई भाषण पढ़ रहे हैं लेकिन एक विशेष विरोधाभास ये है कि विदाई की इस बेला में जनता की आँख में आँसू नहीं हैं बल्कि भाजपा सरकार के जाने की और कांग्रेस सरकार के आने की ख़ुशी में जनता के चेहरों पर मुस्कान है। कांग्रेस मुस्कान की गारंटी है।'

सीएम शिवराज के ताजा बयानों से नई आशंकाएं जन्म ले रही हैं। तीन दिन पहले रविवार को सीएम ने सीहोर जिले के एक कार्यक्रम में कहा- 'ऐसा भैया मिलेगा नहीं। जब मैं चला जाऊंगा तब याद आऊंगा तुम्हें।' दरअसल, भाजपा की अपनी दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को टिकट दिया गया है। इसमें तीन नेता मुख्यमंत्री पद के दावेदार है। यहीं वजह है कि सीएम शिवराज का तीन सूची में नाम नहीं आने से उनको लेकर तरह तरह के अटकलें लगाई जा रही है। सीएम के इन बयानों ने इस चर्चा को और हवा दे दी है।