BJP IT-सेल हेड अमित मालवीय पर यौन शोषण का आरोप, कांग्रेस ने PM मोदी को बताया दुष्कर्मियों का संरक्षक

हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री 63 सीटों पर मिली हार से कुछ सबक सीखेंगे। वे विनम्रता सीखेंगे और वे सीखेंगे कि वे लगातार उन लोगों के साथ खड़े नहीं हो सकते जो महिलाओं का शोषण करते हैं: सुप्रिया श्रीनेत

Updated: Jun 10, 2024, 06:59 PM IST

नई दिल्ली। पीएम मोदी के करीबी व बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं। ये आरोप कोई और नहीं बल्कि RSS से जुड़े हुए शांतनु सिन्हा ने लगाए हैं। अब का मामले में कांग्रेस भाजपा पर हमलवार हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दुष्कर्मियों को संरक्षण देने तक आरोप लगाए हैं।

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'RSS सदस्य शांतनु सिन्हा नाम के एक व्यक्ति ने अमित पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शांतनु के मुताबिक, अमित महिलाओं को 5 स्टार होटल ले जाते हैं और उनका शोषण करते हैं। यही नहीं, अमित ने बंगाल में बीजेपी ऑफिस में भी महिलाओं का यौन शोषण किया। शांतनु बंगाल में भाजपा के पदाधिकारी राहुल सिन्हा के रिश्तेदार हैं।

सुप्रिया ने आगे कहा, 'हम भाजपा से बंगाल में महिलाओं के लिए न्याय की मांग करते हैं। चाहे वह हाथरस हो, लखीमपुर हो, हमारे सबसे सम्मानित एथलीट हों या बिलकिस बानो हों, प्रधानमंत्री ने लगातार अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण दिया है।अब समय आ गया है कि आप महिलाओं के साथ खड़े हों। आप भारत की बेटी के साथ खड़े हों और जब तक आप उनकी दुर्दशा का जवाब नहीं देते, तब तक आपको सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।' 

सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि अगर आपको आईआईटी-बीएचयू गैंगरेप याद हो और इसमें शामिल तीन लोग- सक्षम पटेल, कुणाल पांडेर और आनंद चौहान, सभी पीएम मोदी सहित भाजपा के बड़े नेताओं के बेहद करीबी हैं। यह एक पैटर्न है, चाहे वह कुलदीप सिंह सेंगर हो, चिन्मयानंद हो, बृजभूषण हो या अंकिता भंडारी के हत्यारे हों, वे सभी नरेंद्र मोदी द्वारा संरक्षित भाजपा नेता हैं। 

बहरहाल, मामला तूल पकड़ने के बाद अमित मालवीय ने शांतनु सिन्हा को 10 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है। साथ ही मालवीय ने शांतनु को बिना शर्त माफी मांगने और सोशल मीडिया पर उनको लेकर लिखे पोस्ट हटाने को भी कहा है।

विपक्ष की माँग

* क्या राष्ट्रीय महिला आयोग हर बार की तरह इस बार भी चुप रहेगा या मामले का स्वतः संज्ञान लेकर सत्ता की गोद में बैठे यौन शोषण के इस आरोपी को सलाख़ों के पीछे भेजकर बेटियों की अस्मिता के साथ खड़ा होगा?

* क्या नई महिला बाल विकास मंत्री भी पुरानी वाली कि तरह ही आँखों पर पट्टी बांध कर मौन व्रत ले लेंगी, या कल ग्रहण की संविधान की शपथ को याद रखते हुये महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठायेंगी।

* हम माँग करते हैं कि यौन शोषण जैसे गंभीर मामलों के आरोपी अमित मालवीय पर कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। तमाम आरोपों की निष्पक्ष जाँच और अपराध की सजा तभी संभव है जब BJP ऐसे व्यक्ति को प्रचार प्रसार के प्रमुख पद से हटाए और राजनीतिक संरक्षण देने की बजाय बेटियों के साथ खड़ी होकर इस दरिंदे को सजा दिलाने की पहल करे।