NEET पर संसद में घमासान, राहुल गांधी बोले- सवाल एग्जामिनेशन सिस्टम का है, शिक्षा मंत्री क्या कर रहे

देश को दिख रहा है कि परीक्षा सिस्टम में बहुत सी कमी है। शिक्षा मंत्री ने सबकी कमी गिना दी, लेकिन अपनी नहीं गिनाई। हमारा एग्जाम सिस्टम फ्रॉड है: राहुल गांधी

Updated: Jul 22, 2024, 02:39 PM IST

नई दिल्ली। संसद का बजट/मानसून सत्र आज से शुरू हो गया। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान NEET पेपर लीक के मुद्दे पर सदन में जमकर घमासान देखने को मिला। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सवाल एग्जामिनेशन सिस्टम का है, शिक्षा मंत्री क्या कर रहे हैं? इसपर शिक्षा मंत्री भड़क गए और उन्होंने भी बोलना शुरू कर दिया।

राहुल गांधी ने कहा कि देश को दिख रहा है कि परीक्षा सिस्टम में बहुत सी कमी है। शिक्षा मंत्री ने सबकी कमी गिना दी, लेकिन अपनी नहीं गिनाई। हमारा एग्जाम सिस्टम बकवास है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सिर्फ चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाता। विपक्ष के नेता का यह कहना कि देश की परीक्षा प्रणाली बकवास है, बेहद निंदनीय है।

राहुल गांधी ने कहा कि मुद्दा यह है कि देश में लाखों छात्र हैं जो इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है और उनका मानना है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली एक धोखाधड़ी है। लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है।

सदन की कार्यवाही के दौरान विपक्ष ने कहा कि NEET में गड़बड़ी की वजह से कई स्‍टूडेंट्स की मौत तक हुई है। इसके जवाब में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कुछ ही जगहों पर गड़बड़ी हुई है। CBI मामले की जांच कर रही है जो एक प्रोसेस है।

संसद के बाहर राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि मंत्री जी को जवाब देना चाहिए। मंत्री जी ने सुप्रीम कोर्ट की बात की, प्रधानमंत्री की बात की। लेकिन मंत्री जी को शायद ये समझ नही आ रही, वो ये नही बता पा रहे है की वो क्या कर रहे है..? हमने कहा था की इस मुद्दे पर बहस होनी चाहिए, लेकिन सरकार इसमें इंटरेस्टेड नही है। हम इस मुद्दे को उठाते रहेंगे।

वहीं, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि ये सरकार और कोई रिकॉर्ड बनाए न बनाए, पेपर लीक का रिकॉर्ड जरूर बनाएगी। NEET परीक्षा में कई सेंटर ऐसे हैं जहां 2 हजार से ज्‍यादा बच्‍चे पास हो गए। जबकि कुल सीटें 30 हजार हैं। जब तक ये शिक्षा मंत्री रहेंगे, बच्‍चों को न्‍याय नहीं मिलेगा।