Digvijaya Singh: अवसरवाद का जीता जागता उदाहरण हैं नीतीश कुमार

Bihar Assembly Elections 2020: राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने बिहार क्रांति महासम्मेलन को किया संबोधित

Updated: Sep 09, 2020, 04:59 AM IST

भोपाल। राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा शिवहर जिले में आयोजित पहली वर्चुअल रैली को संबोधित किया। इस "बिहार क्रांति महासम्मेलन" को संबोधित करते हुए उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला ।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि भगवान रामविलास पासवान को सद्बुद्धि प्रदान करें कि वे एनडीए का साथ छोड़कर कांग्रेस के साथ आए और बिहार के विकास में योगदान करें। दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा है कि वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उन वीडियो को जनता के सामने लाएं, जिसमें वे दोनों एक दूसर के बारे में क्या बोलते थे, यह पता चले। 

नीतीश कुमार अवसरवाद का जीता जागता उदाहरण

दिग्विजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार अवसरवाद का जीता जागता उदाहरण हैं। उनके लिए कुर्सी से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उनका जेपी नारायण की विचारधारा से कोई लेना देना नहीं है। नीतिश कुमार ने अवसरवादी राजनीति का जीता जागता उदाहरण पेश किया है। जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में देश की राजनीति में क्रांति लाने का संकल्प लिया गया था। नीतीश कुमार ने जनमत को ठुकरा कर उन्ही से समझौता कर लिया। जिनके खिलाफ वे 2015 में थे। सत्ता पाने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बना ली।

असद्दुदीन ओवैसी और बीजेपी में है सांठगांठ

दिग्विजय सिंह ने इस वर्चुअल रैली में एआईएमआईएम के मुखिया असद्दुदीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि असद्दुदीन ओवैसी और बीजेपी में सांठगांठ है। बीजेपी से पैसा लेकर ही एआईएमआईएम अपना प्रत्याशी खड़ा करती है। बिहार की जनता को उनसे भी सतर्क रहना पड़ेगा।

4 घंटे के नोटिस पर टोटल लॉकडाउन का फैसला था अव्यवहारिक

दिग्विजय सिंह ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि 4 घंटे में टोटल लॉकडाउन का फैसला लेना अनुचित था। इतने कम समय में लॉकडाउन के फैसले के कारण बिहार के लाखों मजदूर देश के विभिन्न प्रदेशों में फंसे रहे। 130 करोड़ की जनता के देश में चार घंटे में लॉकडाउन का फैसला अव्यवहारिक था। कोरोना की वजह से मजदूरों की नौकरी चली गई।  घर लौटने  के लिए कोई सुविधा नहीं दी गई। केंद्र और राज्य सरकार मजदूरों को सुविधाएं देने में असफल रही हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बिहार में प्रजातंत्र और लोकतंत्र को बचाने के लिए केवल कांग्रेस ही विकल्प है। 

सांप्रदायिक शक्तियों को हराने की अपील  

राहुल गांधी और सोनिया गांधी के साथ मिलकर नीतीश कुमार और बीजेपी को हराएं, और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाएं, सांप्रदायिक सद्भाव बचाने के लिए केवल कांग्रेस ही विकल्प है। आरजेडी और अन्य पार्टियों के साथ एक हो और सांप्रदायिक शक्तियों को हराने की अपील की। आपको बता दें कि जेडीयू ने पिछले दिनों ही  चुनावी शंखनाद किया था। वहीं कांग्रेस भी क्रांति सम्मेलन के माध्यम से चुनावी तैयारी में लगी है। कांग्रेस बिहार क्रांति सम्मेलन में भोपाल से दिग्विजय सिंह आनलाइन जुड़े और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का प्रयास किया।