साइक्लोन दाना के टकराने से ओडिशा और बंगाल में भारी बारिश, राहुल गांधी बोले- यह एक गंभीर आपदा का अंदेशा है
चक्रवाती तूफान का असर रेल और विमान सेवाओं पर भी पड़ा है। 500 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि 300 उड़ानें प्रभावित हुईं हैं।

भुवनेश्वर। चक्रवाती तूफान दाना की वजह से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी तबाही हुई है। तेज हवाओं की वजह से लोगों की मुसीबतें और ज्यादा बढ़ गई। वहीं 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। चक्रवाती तूफान का असर रेल और विमान सेवाओं पर भी पड़ा है। 500 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि 300 उड़ानें प्रभावित हुईं हैं।
ओडिशा और बंगाल में 16 घंटों के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि दोनों ही जगहों से उड़ानें फिर से शुरू हो चुकी है। ओडिशा के धामरा तट पर देर रात तूफान से दस्तक दी। इस दौरान हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी। तूफान अब उत्तर ओडिशा में लगभग पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने लगा।
तूफान की वजह से ओडिशा के बांसडा में भारी तबाही हुई। दाना के खतरे को देखते हुए NDRF, SDRF और कोस्ट गार्ड को तैनात किया गया है। ओडिशा के 14 जिलों से करीब 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था। ओडिशा में चक्रवात से उत्पन्न भारी बारिश के कारण 16 जिलों में अचानक बाढ़ आने की आईएमडी की भविष्यवाणी के बीच मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और संभावित प्रभावों को कम करने के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं।
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर में चक्रवात का सबसे ज़्यादा असर देखने को मिल रहा है और दीघा जैसी जगहों पर भारी बारिश हुई है। बिजली के तार टूटने से कई सेवाएं ठप पड़ गई। वहीं कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चक्रवात 'दाना' को लेकर हावड़ा में राज्य सरकार के नियंत्रण कक्ष से स्थिति की निगरानी की। राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखे हुए है।
भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम 5 बजे से 25 अक्टूबर सुबह 8 बजे तक 15 घंटे करीब 300 फ्लाइट्स कैंसिल रहीं। इधर साउथ ईस्ट रेलवे ने 150, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 198, ईस्टर्न रेलवे ने 190 और साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 14 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। कुल 552 ट्रेनें रद्द की गई हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे एक गंभीर आपदा का अंदेशा बताया है। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'चक्रवात दाना का ओडिशा के तटों पर आगमन, पश्चिम बंगाल और अन्य पूर्वी तट के प्रदेशों में इसका असर और मौसम विभाग की चेतावनी एक गंभीर प्राकृतिक आपदा का अंदेशा है। प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों से आग्रह है कि वो प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए स्वयं को सुरक्षित दायरे में रखें।केंद्र सरकार से अपेक्षा है कि वो इस संकट की घड़ी में प्रभावित राज्यों को पूर्ण सहायता प्रदान करे। नागरिकों के जान-माल की सुरक्षा के लिए और किसी भी तरह के नुकसान की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए। कांग्रेस के साथियों से अनुरोध है कि स्वयं को सुरक्षित रखते हुए राहत कार्यों में प्रशासन की पूरी मदद करें। इस संकट का देश को एकजुट हो कर सामना करना है।'