म्यांमार बॉर्डर पर फेंसिंग कराएगी भारत सरकार, दोनों देशों के बीच फ्री मूवमेंट पर लगेगी पाबंदी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को असम में ऐलान किया है कि भारत-म्यांमार बॉर्डर पर खुली सीमा की फेंसिंग की जाएगी।

Updated: Jan 20, 2024, 06:25 PM IST

गुवाहाटी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि फ्री मूवमेंट को प्रतिबंधित करने के लिए भारत म्यांमार से लगी सीमा पर फेंसिंग लगाया जाएगा। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब बड़ी संख्या में म्यांमार के सैनिक जातीय संघर्षों से बचने के लिए भारत की ओर भाग रहे हैं।

अमित शाह ने शनिवार को गुवाहाटी में हुई असम पुलिस की पासिंग आउट परेड में कहा- म्यांमार के साथ हमारी खुली सीमा है। इसे हम बांग्लादेश की तर्ज पर बाड़ (फेंसिंग) लगाकर सुरक्षित करेंगे। शाह ने यह ऐलान भी किया कि सरकार दोनों के बीच फ्री मूवमेंट एग्रीमेंट पर भी पुनर्विचार कर रही है। आने-जाने की इस सहूलियत को ही सरकार बंद करने जा रही है।

म्यांमार की सीमा भारत के 4 राज्यों से लगती है। दोनों देशों के बीच 1600 किलोमीटर का बॉर्डर है। भारत-म्यांमार के बीच फ्री मूवमेंट का एग्रीमेंट 1970 में हुआ था। तब से सरकार इसे लगातार रिन्यू करती रही है। आखिरी बार इसे 2016 में रिन्यू किया गया था।

शाह ने यह घोषणा उस वक्त की है जब म्यांमार में विद्रोही गुटों और सेना के बीच लड़ाई तेज हो रही है। इस बीच म्यांमार के 600 सैनिकों ने वहां से भागकर भारत के मिजोरम में पनाह ली हैं। मिजोरम सरकार ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र से मदद मांगी थी। सैनिकों को वापस म्यांमार भेजने की अपील भी की थी।

म्यांमार से भागे सैनिकों ने मिजोरम के लांग्टलाई जिले के तुईसेंटलांग में असम राइफल्स के पास शरण ले रखी है। सैनिकों ने बताया कि पश्चिमी म्यांमार राज्य के रखाइन में एक हथियारबंद विद्रोही गुट अराकन आर्मी (AA) के उग्रवादियों ने उनके शिविरों पर कब्जा कर लिया जिसके बाद वे भागकर भारत आ गए।