जम्मू-कश्मीर: डोडा के जंगलों में 4 दिन से सर्च ऑपरेशन जारी, आतंकियों से मुठभेड़ में 2 जवान घायल
सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच करीब एक घंटे से ज्यादा गोलीबारी हुई। आतंकवादियों को सेना ने घेर रखा है। वे बाहर निकालने के लिए रुक-रुककर फायरिंग कर रहे हैं।

जम्मू कश्मीर। आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने कश्मीर के डोडा में मुहीम को तेज कर दिया है। पिछले चार दिन से भारतीय सेना के जवान डोडा में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। गुरुवार सुबह तड़के जवानों ने डोडा के कास्तीगढ़ के घने जंगलों में आतंकियों को घेरा। आतंकी और सुरक्षाबलों के बीच कास्तीगढ़ में हुई भारी मुठभेड़ में दो जवान घायल हो गए हैं।
सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच करीब एक घंटे से ज्यादा गोलीबारी हुई। आतंकवादियों को सेना ने घेर रखा है। वे बाहर निकालने के लिए रुक-रुककर फायरिंग कर रहे हैं। कास्तीगढ़ इलाके के जद्दन बाटा गांव में बुधवार देर रात स्कूल में बने अस्थायी सुरक्षा शिविर पर भी आतंकियों ने गोलीबारी की।
डोडा में ही 15 जुलाई को आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक कैप्टन और पुलिसकर्मी समेत 5 जवान शहीद हो गए थे। 16 जुलाई को डोडा के डेसा फोरेस्ट बेल्ट के कलां भाटा में रात 10:45 बजे और पंचान भाटा इलाके में रात 2 बजे फिर फायरिंग हुई थी। इन्हीं घटनाओं के बाद सर्च ऑपरेशन चलाने के लिए सेना ने जद्दन बाटा गांव के सरकारी स्कूल में अस्थायी सुरक्षा शिविर बनाया था।
डोडा जिले को 2005 में आतंकवाद मुक्त घोषित कर दिया गया था। लेकिन पिछले 12 जून के बाद से से लगातार हो रहे आतंकी हमलों में 5 जवान शहीद हुए, 9 सुरक्षाकर्मी घायल हुए। जबकि तीन आतंकवादी भी मारे गए। जम्मू रीजन में पिछले 84 दिन में 10 आतंकी हमलों में 12 जवानों की शहादत हो चुकी है।