ब्रिटेन की अदालत में सात सितंबर को भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के मुकदमे की दूसरे चरण की सुनवाई शुरू होगी और वह वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश होगा। नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से करीब 14,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। मार्च में गिरफ्तारी के बाद से ही वह लंदन की जेल में है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी भारत में इस 49 वर्षीय भगोड़े हीरा व्यापारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज है।

ब्रिटेन की क्राउन अभियोजन सेवा (सीपीएस) के जरिए भारत सरकार ने नीरव के प्रत्यर्पण को लेकर लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर अदालत में मुकदमा दायर किया हुआ है। कोरोना वायरस प्रतिबंधों के मद्देनजर जिला न्यायाधीश सैम्युअल गूजी ने मोदी को वेंडसवर्थ जेल के ही एक कमरे से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश करने के निर्देश दिए हैं। पांच दिन चलने वाली यह सुनवाई 11 सितंबर को समाप्त हो सकती है।

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न्यायाधीश गूजी ने मई में प्रत्यर्पण के पहले चरण की सुनवाई की अध्यक्षता की थी, जिसके दौरान सीपीएस ने मोदी के खिलाफ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का एक प्रथम दृष्टया मामला कायम करने का अनुरोध किया था। भारत सरकार द्वारा अतिरिक्त सबूत जमा करने के बाद उन दलीलों को पूरा करने के लिए आगामी सुनवाई की जाएगी।