Hathras Case Update: प्रियंका और राहुल गांधी ने की पीड़ित परिवार से घर जाकर मुलाकात, प्रियंका ने न्याय व्यवस्था पर उठाए सवाल
Rahul Fulfills Promise: राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, 'दुनिया की कोई ताकत मुझे पीड़ित परिवार से मिलने से नहीं रोक सकती', शाम तक पूरा हुआ संकल्प

हाथरस गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी उसके गांव पहुंचे। दोनों ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। राहुल-प्रियंका ने पीड़िता के परिजनों से बात करके कहा कि वे इस संकट की घड़ी में उनके साथ हैं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने पीड़िता की मां को गले से लगा लिया। प्रियंका ने पीड़ित के परिवार से हुई बातों, उनकी मांगों और शिकायतों का विवरण अपने ट्विटर हैंडल पर भी डाला।
प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा है, "हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न: 1. सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो 2. हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए 3. हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया? 4. हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? 5. हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए मगर हमें कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं? इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा।
हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न:
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2020
1. सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो
2. हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए
3. हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया?
4. हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? 1/2
इससे पहले हाथरस जाते समय शनिवार शाम मथुरा के निकट एक फैसिलिटी सेंटर पर कुछ देर के लिए रुकी प्रियंका गांधी ने मीडिया से कहा है कि न्याय नहीं दिला सकती तो सरकार किस काम की है। यह दर्दनाक हादसा है। बच्ची की मौत हो गई और उसके बाद परिवारजनों को इतना प्रताड़ित किया है। वह समझ नहीं सकतीं कि सरकार ऐसा कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभियुक्तों को सरकार पूरी तरह सपोर्ट कर रही है।
Only love can bring any semblance of peace to those who are grieving.#SatyagrahaForOurDaughters pic.twitter.com/sL2Db0x5UN
— Congress (@INCIndia) October 3, 2020
इसके पहले नोएडा के डीएनडी पर कड़ी सुरक्षा के बीच राहुल और प्रियंका गांधी डीएनडी से हाथरस के लिए रवाना किया गया था। नोएडा से राहुल को पांच लोगों के साथ हाथरस आने की अनुमति दी गई थी। वहां अधिक भीड़ इकट्ठी होने के कारण पुलिस को उन्हें काबू करने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
हाथरस के लिए रवाना होने से पहले राहुल ने ट्वीट किया था, 'दुनिया की कोई ताकत मुझे पीड़ित परिवार से मिलने से नहीं रोक सकती।' प्रियंका ने कहा था कि अगर इस बार भी नहीं जाने दिया तो हम फिर कोशिश करेंगे।
इससे पहले गुरुवार को राहुल और प्रियंका को हाथरस जाते वक्त ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रोक दिया गया था। दोनों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने राहुल गांधी को रोकने के लिए धक्कामुक्की भी की थी, जिसमें वे नीचे गिर गए थे।