जयपुर। लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे हैं। इसकी शुरुआत राजस्थान से हुई है। भाजपा के सीनियर नेता व राज्य सरकार में कृषि और ग्रामीण मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है।

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बताया जा रहा है कि मीणा ग्रामीण विकास मंत्रालय से पंचायती राज और कृषि मंत्रालय से कृषि विपणन काटकर मंत्री बनाए जाने से पहले दिन से ख़फा थे।पिछले दिनों कृषि विभाग के इंजीनियरों के तबादलों को लेकर भी किरोड़ीलाल मीणा और पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर के बीच तनातनी सामने आई थी। सरकार में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी किरोड़ी लाल मीणा के मतभेद काफ़ी बढ़ गए थे।

इससे पहले डाक्टर किरोड़ी लाल मीणा अपने भाई जगमोहन मीणा को दौसा लोकसभा सीट से टिकट दिलवाना चाह रहे थे मगर पार्टी ने कन्हैयालाल मीणा को टिकट दे दिया। किरोड़ी लाल मीणा सवाईमाधोपुर सीट से विधायक हैं वहां भी बीजेपी बुरी तरह हारी थी।

किरोड़ीलाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि उन्हें जिन सीटों की जिम्मेदारी मिली है अगर वो हारते हैं तो इस्तीफा दे देंगे। नतीजों के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा था कि मीणा पीछे नहीं हटेंगे, इस्तीफा जरूर देंगे।

किरोड़ी लाल मीणा की वजह से कांग्रेस का परंपरागत मीणा आदिवासी वोट कांग्रेस से हटकर विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ़ आया था मगर किरोड़ी की अनदेखी के बाद लोकसभा में मीणाओं ने वापस कांग्रेस का साथ दिया। पूर्वी राजस्थान में डाक्टर किरोड़ी लाल मीणा का दबदबा है जहां पर दौसा और देवली-उनियारा सीट पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं।