मोदी सरकार की लापरवाही के कारण पुलवामा में शहीद हुए जवान, पीएम ने दी थी चुप रहने की सलाह : सत्यपाल मलिक

सत्यपाल मलिक ने कहा कि सीआरपीएफ ने काफिला ले जाने के लिए गृह मंत्रालय से पांच एयरक्राफ्ट की मांग की थी लेकिन गृह मंत्रालय ने मंजूरी नहीं दी

Updated: Apr 15, 2023, 09:12 AM IST

नई दिल्ली। पुलवामा हमले में मारे गए जवानों को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बताया है कि पुलवामा हमला मोदी सरकार की लापरवाही की वजह से हुआ। इतना ही नहीं खुद प्रधानमंत्री मोदी ने इस पूरे मामले में सत्यपाल मलिक को चुप रहने की सलाह दी थी। 

सत्यपाल मलिक ने यह खुलासा द वायर को दिए अपने साक्षात्कार में किया है। सत्यपाल मलिक ने करण थापर को दिए इंटरव्यू में कहा है कि सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से काफिले को ले जाने के लिए पांच एयरक्राफ्ट की मांग की थी। लेकिन गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ को एयरक्राफ्ट देने की मंजूरी नहीं दी। 

सत्यपालमलिक ने कहा कि अगर एयरक्राफ्ट मिल जाता तो यह हमला नहीं हुआ होता। मलिक ने बताया कि हमले वाली शाम को ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को यह बात बताई थी कि शहीदों की जान हमारी वजह से गई है। इस पर प्रधानमंत्री ने उन्हें चुप रहने के लिए कह दिया। 

सत्यपाल मलिक ने कहा कि हमले वाले दिन प्रधानमंत्री जिम कॉर्बेट पार्क में शूटिंग कर रहे थे, पीएम मोदी को जैसे ही इस हमले की जानकारी लगी उन्होंने सत्यपाल मलिक को पार्क से बाहर निकलकर ढाबे से फोन लगाया और कहा कि वह बहुत दुखी हैं। इस पर सत्यपाल मलिक ने सारी बात प्रधानमंत्री को बता दी। हालांकि प्रधानमंत्री ने उन्हें यह बात आगे किसी से कहने से मना कर दिया। 

सत्यपाल मलिक ने कहा कि उन्होंने यह बात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी कही लेकिन डोभाल ने भी उन्हें चुप्पी साधने के लिए कह दिया। सत्यपाल मलिक ने कहा कि अगर उनके बस में होता तो वह सीआरपीएफ को एयरक्राफ्ट मुहैया करा देते क्योंकि बस पांच एयरक्राफ्ट की ही तो ज़रूरत थी। 

सत्यपाल मलिक के इन खुलासों पर साक्षात्कार ले रहे करण थापर ने दोबारा पूछा कि क्या उन्हें पीएम मोदी ने चुप्पी साधने की सलाह दी थी? इसका मतलब तो यह हुआ कि पुलवामा हमले का चुनावी फायदा लेने की कोशिश की गई। इस पर सत्यपाल मलिक ने हामी जताई और कहा कि यह बात आगे न जाने के कारण सरकारी लापरवाही गौण हो गई और सारा दोष पाकिस्तान पर मढ़ते हुए मोदी सरकार ने अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ लिया। 

सत्यपाल मलिक ने अपने साक्षात्कार में यह भी कहा कि पीएम मोदी को भ्रष्टाचार से कोई खास नफरत या दिक्कत नहीं है। मलिक ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर की वास्तविक जानकारी भी प्रधानमंत्री मोदी को नहीं है और उन्हें इस मसले पर गुमराह किया जा रहा है। 

सत्यपाल मलिक पुलवामा हमले के दौरान जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी एक सभा में पहली बार वोट डालने जा रहे वोटरों से पुलवामा में शहीद हुए जवानों के नाम पर वोट डालने की अपील भी की थी।  

पुलवामा हमले को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अक्सर मोदी सरकार से सवाल करते रहे हैं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी पुलवामा हमले को लेकर मोदी सरकार की जवाबदेही को लेकर सवाल भी खड़े किए थे। लेकिन बीजेपी और मोदी सरकार ने आदतन इस पूरे घटनाक्रम को सेना के अपमान से जोड़ दिया और एक बार फिर सरकार ने हमले में अपनी जवाबदेही से पल्ला झाड़ लिया।