JNU में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री देख रहे स्टूडेंट्स पर पत्थरबाजी, बिजली और इंटरनेट भी बंद

मंगलवार शाम जेएनयू में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होनी थी। प्रशासन ने इसकी स्क्रीनिंग न करने को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की थी। बाद में स्क्रीनिंग के वक्त जेएनयू में बिजली और इंटरनेट कनेक्शन काट दिया गया।

Updated: Jan 24, 2023, 05:55 PM IST

नई दिल्ली। गुजरात दंगों को लेकर निर्मित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद थमता नहीं दिख रहा है। मंगलवार देर शाम डाक्यूमेंट्री को लेकर दिल्ली स्थित जेएनयू कैंपस में भी भारी बवाल हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जेएनयू परिसर में डॉक्यूमेंट्री देख रहे स्टूडेंट्स पर पत्थरबाजी की गई। इतना ही नहीं तय समय पर यानी रात 9 बजे परिसर में बिजली और इंटरनेट कनेक्शन भी काट दिया गया था।

दरअसल, डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रात 9 बजे शुरू होने वाली थी और छात्रों ने प्रशासन की चेतावनी के बावजूद इसे जारी रखने की योजना बनाई थी। जेएनयू प्रशासन ने स्क्रीनिंग की इजाजत नहीं दी थी। साथ ही कहा था कि डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि छात्रों ने तर्क दिया कि स्क्रीनिंग से विश्वविद्यालय के किसी नियम का उल्लंघन नहीं होगा और न ही इससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ेगा। 

हालांकि, तय समय पर प्रशासन की ओर से बिजली और इंटरनेट कनेक्शन काट दिया गया। इसपर
जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आयशी घोष ने कहा कि ये डॉक्यूमेंट्री सच्चाई दिखाती है और इन्हें डर है कि सच बाहर आ जायेगा। आप लाइट छीन सकते हो, हमारी आखें, हमारा जज्बा नहीं छीन सकते, आप स्क्रीनिंग को नहीं रोक सकते। हम हजार स्क्रीन पर एकसाथ देखेंगे। पुलिस और बीजेपी में दम है तो हमें रोके।

घोष ने आगे कहा कि, "हमारे पास लैपटॉप हैं, वाई-फाई इत्यादि को काट दिया है। बावजूद हम आज ही ये डाक्यूमेंट्री देखेंगे, QR कोड बाटेंगे। वो एक स्क्रीन को बंद करेंगे तो हम हजारों स्क्रीन खोलेंगे।" बिजली और इंटरनेट कनेक्‍शन काटने के बावजूद 100 से अधिक स्‍टूडेंट अपने मोबाइल फोन और लेपटॉप पर बीबीसी की डॉक्‍यूमेंट्री देखने लगे। इस दौरान कैंपस में डॉक्‍यूमेंट्री देख रहे स्‍टूडेंट्स पर एबीवीपी की ओर से पथराव किया गया। पथराव की घटना के विरुद्ध जेएनयूएसयू ने एबीवीपी और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैंपस में मार्च निकाला। 

बता दें कि केंद्र सरकार ने शुक्रवार को पीएम मोदी की आलोचना वाली BBC की डॉक्यूमेंट्री शेयर करने वाले ट्वीट ब्लॉक करने का आदेश दिया था। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के YouTube के लिंक जिन ट्वीट के जरिए शेयर किए गए हैं, उनको भी ब्लॉक कर दिया गया है। इसके बावजूद देशभर में लोग अलग अलग माध्यमों से इसे देख रहे हैं। इसके पहले हैदराबाद विवि में के छात्र भी इसका स्क्रीनिंग कर चुके हैं।