पश्चिम बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी TMC, ममता बोलीं- मैं अब भी INDIA गठबंधन का हिस्सा हूं

ममता बनर्जी ने कहा था कि हम भाजपा को हराना चाहते हैं और हम इसके लिए कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी भी साफ कर चुके हैं कि ममता बनर्जी गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। उनके बिना गठबंधन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं: जयराम रमेश

Updated: Jan 24, 2024, 03:02 PM IST

कोलकाता। टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल 2024 लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की है। ममता ने बुधवार को कहा मीडिया से कहा कि पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर हमने जो प्रस्ताव दिए थे, उन्होंने सभी टुकरा दिए। इसलिए हम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगे।

इंडिया गठबंधन से अलग होने सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा कि मैं अब भी INDIA का हिस्सा हूं। हम सेक्युलर पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले भाजपा को हराएंगे। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि 25 जनवरी को राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है, लेकिन हमें इसके बारे में बताया तक नहीं गया। हमें यात्रा से जुड़ने के लिए नहीं बोला गया है, इसलिए हम इसमें शामिल नहीं होंगे।

टीएमसी के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा, 'ममता बनर्जी ने कहा था कि हम भाजपा को हराना चाहते हैं और हम इसके लिए कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी भी साफ कर चुके हैं कि ममता बनर्जी गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। उनके बिना गठबंधन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।' भारत जोड़ो न्याय यात्रा में TMC को निमंत्रण नहीं मिलने की बात पर उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कई बार कह चुके हैं कि गठबंधन की सभी पार्टियां भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित हैं। कांग्रेस पार्टी यात्रा में ममता जी का स्वागत करेगी।'

बता दें कि पिछले काफी दिनों से बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व के बीच गठबंधन को लेकर खींचतान चल रही थी। दोनों दलों के गठबंधन को लेकर राज्य कांग्रेस के नेताओं की आमराय नहीं थी। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी ममता बनर्जी के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस 10-12 लोकसभा सीटों पर चुनाव लडना चाहती थी। जबकि टीएमसी दो सीट देने पर अड़ी थी। कांग्रेस ने 2014 में चार सीटें जीती और 2019 में केवल दो सीटें जीती थी। बहरहाल, लोकसभा चुनाव से पहले ममता का ये रुख भाजपा को फायदा पहुंचा सकता है।