UP: नाबालिग के रेपिस्ट की महीनेभर तक नहीं हुई गिरफ्तारी, अब हत्या कर पेड़ से लटकाया

उत्तर प्रदेश के अमरोहा में महीनेभर पहले हुआ था नाबालिग के साथ रेप, पुलिस ने आरोपी को नहीं किया गिरफ्तार, अब पीड़िता को मारकर नीम के पेड़ से लटकाया

Updated: Nov 01, 2021, 07:26 AM IST

Photo Courtesy: Latestly
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अमरोहा। उत्तर प्रदेश में महिला अत्याचार का एक और दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां महीनेभर पहले एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार हुए था। अब पीड़िता का शव नीम के पेड़ से लटका मिला है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया था और उसने ही बच्ची को मारकर पेड़ से टांग दिया।

मामला अमरोहा जनपद के ढबारसी इलाके में आदमपुर थाना क्षेत्र का है। बताया जा रहा है कि बीते 25 सितंबर को गांव के ही एक युवक ने घर में घुसकर बच्ची का बलात्कार किया था। परिजनों के मुताबिक वे जब थाने पहुंचे तो वहां एक पुलिसकर्मी ने पीड़िता को धमकाया और बलात्कार की शिकायत को छेड़खानी में बदल दिया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज कर लिया।

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बच्ची के पिता के मुताबिक बाद में मजिस्ट्रेट के समक्ष जब बयान दर्ज हुआ तो उसने आपबीती सुनाई। इसके बाद उसका मेडिकल कराया गया और तब जाकर दुष्कर्म की धाराओं को जोड़ा गया। इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया है कि थाने के पुलिसकर्मी आरोपी के घर आते-जाते थे लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि आरोपी उनका परिचित था। इस बीच आरोपी लगातार उन्हें जान से मारने की धमकी देता था।

पीड़िता के पिता ने बताया कि रविवार सुबह बच्ची खेत पर चारा लाने गई थी, लेकिन वापस घर नहीं लौटी। काफी देर बाद जब घरवाले उसे ढूंढने निकले तो गांव के ही एक नीम के पेड़ पर उसका शव लटका मिला। बच्ची के हाथ और पैर भी रस्सी से बंधे हुए थे। उन्होंने फिर पुलिस को इसकी सूचना दी और काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। परिजनों का आरोप है कि आरोपी की गिरफ्तारी न होने की वजह से ही बच्ची की हत्या हुई है। 

मामले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार को निशाने पर लिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'अमरोहा में दुष्कर्म की शिकार नाबालिग पीड़िता की हत्या का मामला बेहद गंभीर, दुखद व शर्मनाक है। श्रद्धांजलि! इस संबंध में कुछ भ्रष्ट पुलिसवालों को निलंबित करके उप्र की भाजपा सरकार बच नहीं सकती। दुष्कर्म का आरोपी सितंबर से फ़रार है। दरअसल उप्र में सरकार ही फ़रार है। निंदनीय!'