StandUp पर भावनाओं का सेंसर, Two Indias पर बवाल, जानें वह Joke जिसपर हंसी नहीं आती
वीर दास को मिला दिग्गजों का समर्थन, शशि थरूर से लेकर कपिल सिब्बल तक ने की तारीफ, जानें क्या था वीर दास का वह मजाक जिसपर हंसी नहीं आती

नई दिल्ली/मुंबई। भारतीय स्टैंड अप कॉमेडियन वीर दास का एक मोनोलॉग विश्वभर में सुर्खियां बटोर रहा है। अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में स्थित सुप्रसिद्ध कैनेडी सेंटर में वीर दास के इस प्रस्तुति के दौरान जहां तालियां नहीं रुक रहीं थीं, वहीं इसके वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर वीर को पड़ रही गालियां भी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। वीडियो ने लोगों की भावनाएं इतनी आहत कर दी कि खुद वीर दास को हाथ जोड़ना पड़ा। इसी बीच कपिल सिब्बल और शशि थरूर जैसे दिग्गजों ने वीर दास का समर्थन किया है।
दरअसल, वीर दास ने केनेडी सेंटर में टू इंडियाज यानी दो भारत टाइटल से एक मोनोलॉग सुनाया था। इसमें वीर दास मज़ाकिया लहजे में मौजूदा सामाजिक परिस्थितियों की कड़वी सच्चाई कहते हैं। हालांकि, यह एक कॉमेडी का प्रोग्राम था और वीर दास अपने चिर परिचित अंदाज में हास्य पंच दे रहे थे। वीर के मोनोलॉग की प्रत्येक लाइनें तालियों की गड़गड़ाहट के साथ खत्म होने के बावजूद दर्शकों को गंभीर चिंता साथ छोड़ती जा रही थी।
वीर दास के मोनोलॉग के कुछ अंश :
मैं उस भारत से आता हूं, जहां एयर क़्वालिटी इंडेक्स 9000 है लेकिन फिर भी हम रात में अपनी छतों पर लेटकर तारे देखते हैं।
मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम वैजिटेरियन होकर गर्व महसूस करते हैं, लेकिन जो किसान ये सब्जियां उगाते हैं उन्हें ही कुचल देते हैं।
मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम दिन में तो महिलाओं की पूजा करते हैं लेकिन रात में उनका गैंगरेप करते हैं।
मैं उस भारत से आता हूं, जहां 'ग्रीन' के साथ खेलते वक़्त, ब्लीड ब्लू का नारा देते हैं, लेकिन ग्रीन से हारते ही हम अचानक से ऑरेंज हो जाते हैं।
मैं उस भारत से आता हूं, जहां म्यूजिक हमारा 'बहुत हार्ड' है, लेकिन जज़्बात 'बेहद सॉफ्ट' हैं।
मैं उस भारत से आता हूं, जो मेरा मोनोलॉग सुनकर कहेगा 'ये कॉमेडी नहीं है.. इसमें जोक कहां है ?'और मैं उस भारत से भी आता हूं, जो यह समझेगा की यह बहुत बड़ा जोक है, बस इसपर हंसी नहीं आती।'
वीर दास के इसी मोनोलॉग ने विवाद खड़ा कर दिया है। कुछ लोग इसे बेहद पॉवरफुल और स्ट्रांग मैसेज देने वाली प्रस्तुति बता रहे हैं तो कई लोग ऐसे भी हैं जो इसे सीधे तौर पर देशविरोधी गतिविधि बता रहे हैं। फ़िल्म मेकर अशोक पंडित कहते हैं कि मुझे इस वीर दास में एक आतंकवादी दिखता है। उन्होंने वीर दास के खिलाफ UAPA के तहत कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा है कि वह स्लीपर सेल के उन सदस्यों में से एक है जिन्होंने विदेशों में भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।
I see a terrorist in this man called #Virdas
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) November 16, 2021
He is one of those members of a sleeper cell who has waged a war against our country on a foreign land .
Should be immediately arrested under #UAPA and tried under terror laws . @AmitShah @HMOIndia @MumbaiPolice @CPMumbaiPolice pic.twitter.com/RMYQf7a0Ul
उधर कई दिग्गजों ने वीर दास की न सिर्फ तारीफ की है बल्कि खुले तौर पर उनका हौसला भी बढ़ाया है। डिप्लोमेसी से राजनीति में आए कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर लिखते हैं कि, 'एक स्टैंड-अप कॉमेडियन ही "स्टैंड अप" शब्द का वास्तविक अर्थ जानता है। शाब्दिक अर्थ नहीं बल्कि नैतिक अर्थ। वीरदास ने 6 मिनट के इस परफॉर्मेंस में दो भारत के बारे में बात की, एक जहां से वह आता है और दूसरा जिसके लिए वह खड़ा है। हां यह एक Joke है, बस हंसी नहीं आती। बहुत खूब।'
A stand-up comedian who knows the real meaning of the term "stand up" is not physical but moral -- @thevirdas spoke for millions in this 6-minute take on the Two Indias he hails from & stands up for. https://t.co/94h4SnyZhX
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 16, 2021
"This is a joke, but it's just not funny." Brilliant.
सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज एडवोकेट और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने भी इस मोनोलॉग पर प्रतिक्रिया दी है। सिब्बल ने लिखा है कि, 'जाहिर तौर पर दो भारत हैं। बस बतौर भारतीय हम दुनिया को यह बताना नहीं चाहते। हम असहिष्णु हैं। हम पाखंडी हैं।'
Vir Das
— Kapil Sibal (@KapilSibal) November 17, 2021
None can doubt that there are two India’s
Just that we don’t want an Indian to tell the world about it
We are intolerant and hypocritical
उधर वीर दास के खिलाफ दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में आदित्य झा नामक शख्स ने शिकायत दी है। इसी तरह मुंबई के एक एडवोकेट आशुतोष दुबे ने मुंबई में भी तहरीर दी है। हालांकि, वीर के खिलाफ पुलिस ने मर्ग कायम नहीं किया है। इसी बीच वीर दास ने स्पष्टीकरण देते हुए हाथ जोड़ा है। वीर दास ने कहा है कि इरादा देश का अपमान करने का नहीं था, बल्कि उनका इरादा यह याद दिलाना था कि देश अपने तमाम मुद्दों के बाद भी महान है।
— Vir Das (@thevirdas) November 16, 2021
वीर दास ने आगे लिखा है कि लोग भारत को एक उम्मीद के साथ देखते हैं। नफरत के साथ नहीं। लोग भारत के लिए तालियां बजाते हैं, इज्जत देते हैं और मुझे अपने देश पर गर्व है। मैं इस गर्व के साथ जीता हूं। उधर, स्पष्टीकरण में वीर हाथ जोड़ने को लेकर भी कुछ लोग उन्हें ट्रॉल कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है कि मैं उस भारत से आता हूं जहां वीर दास वीर सावरकर हो जाता है।