छत्तीसगढ़ में पहली बार होगा राष्ट्रीय रामायण महोत्सव, CM बघेल ने मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर आमंत्रित की झांकियां
भूपेश बघेल सरकार छत्तीसगढ़ की धरा पर पहली बार देश-विदेश के कलाकारों की ओर से रामायण की अनूठी प्रस्तुति कराने जा रही है। इस आयोजन में अरण्य कांड के प्रसंगों पर विशेष प्रस्तुतियां होंगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही भगवान राम से जुड़े राम वनगमन पथ समेत कई कार्य किए जा रहे हैं। जहां भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी में माता कौशल्या का भव्य मंदिर बनाया गया है। वहीं इस क्रम में भूपेश सरकार अब छत्तीसगढ़ की धरा पर पहली बार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव आयोजित कर रही है।
सीएम भूपेश बघेल ने रायगढ़ के राम लीला मैदान में 1 से 3 जून तक आयोजित इस महोत्सव के लिए देश के विभिन्न राज्यों से झांकियों को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक प्रमुखों को पत्र लिखकर सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के रामायण ‘झांकी प्रदर्शन समूह’ को आमंत्रित किया है।
|| जय सिया राम ||
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 17, 2023
आज मैंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनिक प्रमुखों को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित हो रहे राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के रामायण ‘झांकी प्रदर्शन समूह’ को आमंत्रित किया है।… pic.twitter.com/Gp2rHlJsi3
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ सरकार इस महोत्सव में देश-विदेश के कलाकारों की ओर से रामायण की अनूठी प्रस्तुति कराने जा रही है। इस आयोजन में अरण्य कांड के प्रसंगों पर विशेष प्रस्तुतियां होंगी। संस्कृति विभाग द्वारा इस आयोजन की जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है। एशियन कंट्री जैसे थाईलैंड, बाली, इंडोनेशिया जैसे देशों की टीमों से बात चल रही है।
महोत्सव को लेकर भूपेश बघेल ने कहा, 'हमारी धरती माता कौशल्या की धरती है। भगवान राम को यहां भांजा माना जाता है। रायगढ़ के राम लीला मैदान में हम रामायण महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में प्रदेश के साथ देश के अन्य राज्यों के रामायण दल आएंगे। विदेशों में भी राम कथा होती है। विदेशी दल भी आएंगे। रामायण के प्रसंगों की सुंदर व्याख्या होगी। राम कथा का व्यापक विस्तार होगा, जब हम दूरदर्शन पर टीवी में रामायण देखते थे तो मन की प्यास रामकथा सुनकर बुझती थी। आप सभी जरूर पधारें जय सिया राम।'