रायपुर में गैस एजेंसी दिलाने का नाम पर ठगी, पीड़ित से वसूल लिए 8.77 लाख रुपए

गैस एजेंसी दिलाने के नाम पर हिन्दुस्तान पेट्रोलियम से आया फोन, आरोपी ने फ़र्ज़ी खाते में जमा करा लिए 8.77 लाख रुपए

Updated: Mar 05, 2021, 06:40 AM IST

Photo Courtesy: Dainik Jagran
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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक व्यक्ति से लगभग 9 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी एक गैस एजेंसी दिलाने के बदले की गई है। बाकायदा हिंदुस्तान पेट्रोलियम का नाम लेकर हुई इस ठगी में खुद कंपनी की वेबसाइट का इस्तेमाल हुआ है। क्योंकि ठगी का शिकार हुए शख्स का कहना है कि उन्होंने वेबसाइट पर आवेदन भरा और ठग ने उस आवेदन को आधार बनाकर उनसे पौने नौ लाख रूपये ठग लिए।

मामला कुछ यूं है कि, रायपुर में रहने वाले चन्द्रभान देवांगन ने तीन महीने पहले हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की वेबसाइट पर गैस एजेंसी के लिए आवेदन दिया। 18 फरवरी को फोन पर एक अज्ञात व्यक्ति ने अपना नाम कुसलाल जायसवाल बताते हुए कहा कि वह हिन्दुस्तान पेट्रोलियम से बोल रहा है। अज्ञात व्यक्ति ने चन्द्रभान देवांगन से उनके आवेदन के बारे में पूछा। देवांगन ने अज्ञात व्यक्ति के पूछने पर गैस एजेंसी के आवदेन करने की बात पर हामी भरी। क्योंकि देवांगन आश्वस्त थे कि फोन पर बात करने वाला व्यक्ति हिन्दुस्तान पेट्रोलियम से ही बोल रहा है। 

शातिर व्यक्ति ने पीड़ित चन्द्रभान से दोबारा उसी आवेदन को मेल और व्हाट्सअप पर भेजने की दरख्वास्त की। जिसे चन्द्रभान ने सही समझकर दोबारा आवेदन कर दिया। लेकिन चन्द्रभान ने जैसे ही अज्ञात व्यक्ति को आवेदन फिर से भेजा उनसे गैस एजेंसी के अप्रूवल के नाम पर 19,500 रुपए मांगे गए। चन्द्रभान ने बिना किसी संदेह के यह रकम दे दी। 

इसके बाद ठगी का असली खेल शुरू हुआ। चन्द्रभान से कभी ऑथराइजेशन तो कभी सिलेंडर स्टॉक की अनामती राशि के नाम पर पैसे मांगे गए। ऐसा करते करते ठग ने चन्द्रभान से 8.77 लाख रुपए वसूल लिए। इतनी बड़ी रकम देने के बावजूद जब चन्द्रभान को गैस एजेंसी नहीं मिली, तब  चन्द्रभान को शक हुआ। चन्द्रभान पता करने के लिए मंदिर हसौद स्थित कार्यालय गए, तब उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वो एक सुनियोजित ठगी का शिकार हो चुके थे।  

चन्द्रभान ने अपने साथ हुई ठगी की शिकायत डीडी नगर थाने में कराई है। डीडी नगर पुलिस आरोपी के तलाश में जुटी है। पुलिस आरोपी के फोन नंबर और बैंक खाते ट्रेस कर रही है। लेकिन चंद्रभान के लुटे पैसे वापस मिलने के आसार अभी तक अस्पष्ट हैं।