मूंग खरीदी मामले में हस्तक्षेप करे केंद्र सरकार, दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा में उठाई MP के किसानों की मांग
खरीदी नहीं होने के कारण किसानों की फसल नष्ट हो रही है या फिर किसान अपनी मूंग की फसल को व्यापारियों को कम दाम पर बेचने को मजबूर हैं: दिग्विजय सिंह

नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश के हजारों किसान समर्थन मूल्य पर मूंग बेचने से वंचित हैं। विपक्षी दल कांग्रेस किसानों की आवाज लगातार उठा रही है। इसे देखते हुए सीएम ने 5 अगस्त तक मूंग खरीदी कराने के निर्देश दिए। लेकिन, पोर्टल बंद रहने के कारण किसान स्लॉट बुक नहीं कर पा रहे हैं। इसी बीच यह मामला अब संसद में भी गूंजा है। पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार से मध्य प्रदेश में मूंग खरीदी मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा में कहा, 'मध्य प्रदेश में मूंग का उत्पादन पिछले 5 साल में तेजी से बढ़ा है। सरकार किसानों द्वारा पैदा किये जाने वाले मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी ई उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन के माध्यम से करती है। इस साल मध्य प्रदेश में मूंग की फसल खरीदने के लिये जो पंजीयन किसानों द्वारा किये गये थे उनके लिये स्लाॅट बुकिंग जून के अंतिम सप्ताह से प्रारंभ करके अंतिम तिथि 31 जुलाई 2024 रखी गई थी। विगत वर्ष किसानों से प्रति हेक्टेअर 16 क्विंटल की खरीदी सरकार द्वारा की गई थी जिसे इस साल प्रति हेक्टेअर 8 क्विंटल कर दिया गया। किसानों द्वारा धरना, प्रदर्शन करने के बाद इसे बढ़ाकर 12 क्विंटल प्रति हेक्टेअर किया गया।'
सिंह ने आगे कहा कि अधिकतर समय सर्वर डाउन, तकनीकी खराबी या किसी अन्य वजह से पोर्टल बंद रहा तथा अधिकांश किसान अपनी मूॅंग की फसल को बेचने के लिये स्लाॅट बुक नही कर पाये। इसी बीच 22 जुलाई को किसानों के लिये आनलाॅइन स्लाॅट की बुकिंग अचानक बंद कर दी गई जिससे हजारों किसान स्लाॅट बुकिंग से वंचित रह गयेे। बुधनी में उपचुनाव होने वाला है इसलिए परसो के रोज एक दिन चार घंटे के लिए पोर्टल खोला गया।'
जब हजारों किसान रजिस्टर कराना चाहते हैं तो एक दिन में कैसे कर पाएंगे?
— Humsamvet (@humsamvet) August 1, 2024
संयोग से हमारे मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां केन्द्र में कृषि मंत्री और उन्हीं के क्षेत्र में ये सब हो रहा है: @digvijaya_28 pic.twitter.com/1hCdv3VUQs
सिंह ने आगे कहा, 'जिन किसानों ने अपना स्लाॅट बुक करा दिया था उनको भीे या तो बारदान समाप्त होने की बात कही जा रही है या फिर उनकी फसल की तुलाई नही हो पा रही है। गोदामों के सामने हजारों ट्रेक्टर ट्राॅलियों की कतारें लगी हुई है तथा बारिश के कारण मूॅग भीगने से वे अंकुरित हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक कुल अनुमानित उत्पादन का 18 प्रतिशत ही उपार्जन हो सका है। परिणामस्वरूप या तो किसानों की फसल नष्ट हो रही है या फिर किसान अपनी मूंग की फसल को व्यापारियों को कम दाम पर बेचने को मजबूर है। मध्य प्रदेश में इसे लेकर किसान आंदोलित है तथा उनके द्वारा पोर्टल पर स्लाॅट बुकिंग की तारीख बढ़ाने, जिनके स्लाॅट बुक हो गये है उनकी फसल की तत्काल तुलाई करवाने की मांग की जा रही है। राज्य सरकार पूरे मामले की अनदेखी कर रही है। मैं मध्य प्रदेश के किसानों के हित में केन्द्र सरकार से मूंग खरीदी मामले में हस्तक्षेप करने तथा किसानों की समस्याओं का समाधान करने का निवेदन करता हूं।'
सिंह ने आगे कहा कि, 'संयोग से हमारे मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां केन्द्र में कृषि मंत्री और उन्हीं के क्षेत्र में ये सब हो रहा है। कल शाम को उन्होंने यह आदेश निकाला है कि एक अगस्त को एक दिन के लिए पोर्टल खोला जाएगा। जब हजारों किसान रजिस्टर कराना चाहते हैं तो एक दिन में कैसे कर पाएंगे। ये पूरा खेल है व्यापारियों को सस्ता बेचने को किसान को मजबूर करने की कोशिश है मप्र की भाजपा की सरकार हजारों करोड़ का घोटाला कर रही है।'